Sad Status For Instagram
बताओ तो कैसे निकलता है जनाज़ा उनका, वो लोग जो अन्दर से मर जाते है,,,,,
पूछता है पिंजरे में बंद परिंदों को, साहब याद वही आते है जो उड़ जाते है,,,,,
सिर्फ़ मोहब्बत की होती तो भुला देते उन्हें, ये पागल दिल तो इबादत कर बैठा,,,,,
क्या करोगे अब पास आकर, खो दिया तुमने बार-बार आजमा कर,,,,,
इन बादलों के बीच कहीं खो गया है, सुना है मेरा चांद किसी और का हो गया है,,,,,
एक वक़्त था जब मोहब्बत की मिशाल देते थे लोग, अब जी भर जाये तो दिल से भी निकाल देते हैं लोग,,,,,
खुदगर्ज़ है लोग यहाँ, मतलबी है ज़माना, बात अगर मेरी झूठी लगे तो, कभी अपनों को भी आज़माना,,,,,
कभी कभी इतनी सिद्दत से तुम्हारी याद आती है, मैं पलकें झुका देती हूँ और ऑंखें भीग जाती है ,,,,,
चले जाएंगे तुझे तेरे हाल पर छोड़कर, कदर क्या होती है ये तुझे वक्त सिखा देगा ,,,,,
मुझे मिलनी ही थी मोहब्बत में, मैंने भी तो कई दिल तोड़े थे तुझे पाने के लिए,,,,,
उसे बोल दो कि मेरे ख्वाबों में ना आया करे, रोज आँख खुलती है और दिल टुट जाता है,,,,,
तेरी मुहब्बत भी किराये के घर की तरह थी, कितना भी सजाया पर मेरी नहीं हुई,,,,,
छोड़ कर जाने वाले क्या जाने, यादों का बोझ कितना भारी होता है,,,,,
काफी मिलती जुलती थी हमारी आदते ,न उसने पुकारा न मेने पलट के देखा,,,,,
हमने इज़हार किया काफ़ी इंतजार के बाद, हमें इंतजार ही मिला, इज़हार के बाद,,,,,
उनका दिल कैसे जीत लेते जो किसी और को अपना दिल हार गया हो,,,,,
निगाहों से भी चोट लगती है, जनाब जब कोई देखकर भी अनदेखा कर देता हैं,,,,,
साथ मेरे बैठा था, पर किसी और के करीब था , वो मेरा अपना सा लगने वाला किसी और का नसीब था,,,,,
माना मौसम भी बदलते हैं मगर धीरे धीरे..*तेरे बदलने की रफ़्तार से तो हवाएं भी हैरान हैं,,,,,
जिनकी हँसी खूबसूरत होती है, उनके जख्म काफी गहरे होते हैं,,,,,
मैंने परखा है अपनी बदकिस्मती को, जिसके अपना कहूं वो अपना नही रहता,,,,,
घुटन सी होने लगी थी, इश्क़ जताते जताते हम खुद से रूठ गए थे किसी को मनाते मनाते,,,,,
मोहब्बत के मारे लोग फिर कहा मिलते है, ये मुरझाए हुए गुलाब है, जो सिर्फ़ किताबों में मिलते है,,,,,
तेरी यादो को पसन्द आ गई है मेरी आँखों की नमी हँसना भी चाहूँ तो रूला देती है तेरी कमी,,,,,
तकलीफ ये नही की किस्मत ने मुझे धोखा दिया अफसोस तो ये हे की मेरा यकीन तुम पर था किस्मत पर नही,,,,,
खफा रहने का शौक भी पूरा कर लो तुम, लगता है तुम्हे हम ज़िंदा अच्छे नहीं लगते ,,,,,
वो जमाना है जिसकी जितनी परवाह करोगे, वो उतना ही बेपरवाह होकर मिलेगा,,,,,
कितना भी खुश रहने की कोशिश कर लो, जब कोई याद आता है तो बहुत रुलाता है ,,,,,
एक सवेरा था जब हंसकर उठते थे हम और आज कई बार, बिना मुस्कुराये ही शाम हो जाती है ,,,,,
तुमने समझा ही नहीं और ना समझना चाहा, हम चाहते ही क्या थे तुमसे “तुम्हारे सिवा,,,,,
जिंदगी में कुछ जख्म ऐसे होते हैं जो कभी नहीं भरते.. बस इंसान उन्हें छिपाने का हुनर सीख जाता है,,,,,
किसीने क्या खूब कहाँ हैं, मोहब्बत नहीं यादें रुलाती हैं,,,,,
अक़्सर उन लोगों के दिल टूटते हैं, जो सबका दिल रखने की कोशिश करते हैं,,,,,
बहुत नाराज़ थे तो रो पड़े, अपनों से क्या ही शिकायत करते,,,,,
बहुत उदास है कोई तेरे चुप हो जाने से, हो सके तो बात कर किसी बहाने से,,,,,
वक़्त मिले तो बात कर लिया करो, मौत का सीजन चल रहा है, पता नहीं कल क्या होगा,,,,,
छीन लेता है हर चीज मुझसे ऐ खुदा.. क्या तू भी इतना गरीब है,,,,,
बेहद हँसने वाले हम लोग, अक्सर अपने लिये दुआओं में मौत माँगते हैं,,,,,
छोड़ दिया हमने अब उन गलियों से गुजरना, जहाँ हमें देखने के लिए कभी वो इंतज़ार किया करती थी,,,,,
जो पूरा न हो सका.. वो किस्सा हूँ मै, छूटा हुआ ही सही.. तेरा हिस्सा हूँ मै,,,,,
इतनी बुरी भी ना थी जिन्दगी जनाब, बस कुछ दिमाग वाले लोगो को दिल मे जगह दे दी,,,,,
नहीं तुम से कोई शिकायत बस इतनी सी इल्तिज़ा है, जो हाल कर गए हो कभी देखने मत आना,,,,,