
Complaint Status
मुझे फर्क नहीं पडता की तुम मेरे हो या नहीं, लेकिन ये बताओ की जहाँ हो ठीक हो या नहीं !!!!,,,,
अब आ गए हो आप तो आता नहीं कुछ याद, वरना कुछ हम को आप से कहना ज़रूर था !!!!,,,,
तुम्हें मालुम था ना की मैं तुम बिन जी नहीं सकती, काश मेरे मजबूत होने तक तो तू मेरा साथ देता !!!!,,,,
उम्र के आखरी पड़ाव तक तुझे भूलूंगा तो नहीं, लेकिन तुझसे खफा भी रहूँगा उसी पड़ाव तक !!!!,,,,
उसके लिए प्यार सिर्फ एक खेल था, वो जीत गए और हम हार गए !!!!,,,,
रो रो कर उसने कहा मुझे नफरत है तुमसे, अगर नफरत ही थी तो फिर वो इतना रोये क्यूँ !!!!,,,,
तेरी तलब में जला डाले सारे आशियाने, कहाँ रहूँ मैं तेरे दिल में घर बनने तक !!!!,,,,
शिकायत खुद से भी है और खुदा से भी, जो मिलता है वो मंजूर नहीं और जिसे चाहो वो हाँसिल नहीं !!!!,,,,
फैंसला ये है की अब आवाज नहीं देनी किसीको, हम भी देखे कौन कितना तलबगार है हमारा !!!!,,,,
मेरी गलती सामने आयी तो जज बन गए, तुम्हारी गलती सामने आयी तो वकील बन गए !!!!,,,,
बात करे तो लगता है वो सिर्फ मेरा है, और ना करे तो लगता है जैसे जानता ही नहीं !!!!,,,,
रखने को तो रखते है ख़बर सारे जहाँ की, एक मेरे ही दिल की वो ख़बर नहीं रखते !!!!,,,,
अब किसीसे भी शिकायत ना रही, जाने किस किस से गिला था पहले !!!!,,,,
इतना भी नजरअंदाज मत करो मुझे, की मैं तुम्हें भूलने पे मजबूर हो जाऊं !!!!,,,,
कोई तो ऐसी बात करो, जिससे लगे की तुम मेरी हो !!!!,,,,
आँख से आँख मिला बातें बनाता क्यूँ है, तू अगर मुझसे है खफा तो छिपाता क्यूँ है !!!!,,,,
हम अल्फाजों के इंतजार में थे, उन्होंने खामोशी से वार कर दिया !!!!,,,,
तुझे कितना कहा था की मुझे अपना ना बना, अब मुझे छोड़ के दुनिया में तमाशा ना बना !!!!,,,,
बरसो बाद तेरे करीब से गुज़रे, जो न संभलते तो गुज़र ही जाते !!!!,,,,
मुह फेरना क्या तेरा धोखा नहीं था, मिलना बिछड़ना तो मुकद्दर की बात थी !!!!,,,,
हम तो इतने बेबस है की रूठ भी नहीं सकते, क्यूंकि मनाना तो दूर की बात है फिर शायद वो भूल ही जायेंगे !!!!,,,,
तू मेरे साथ होगा तो क्या कहेगा जमाना, मेरी यही एक तमन्ना और तेरा यही एक बहाना !!!!,,,,
आँखें थक गई है शायद आसमान को तकते तकते, वो तारा नहीं टूटता जिसे देखकर मैं तुम्हें मांग लूँ !!!!,,,,
तुम नाराज हो जाओ, रूठो या खफा हो जाओ, पर बात इतनी भी ना बिगाड़ो की तुम जुदा हो जाओ !!!!,,,,
जिसके साथ चलते हो हजारों हँसाने वाले, एक मेरे होने ना होने से क्या फर्क पड़ेगा उसे !!!!,,,,
वो दिन जल्दी क्यूँ नहीं गुजरता, जिस दिन तेरे से बात नहीं होती !!!!,,,,
खुद को माफ़ नहीं कर पाओगे, जिस दिन जिंदगी में हमारी कमी पाओगे !!!!,,,,
बस यही ना की तड़पकर गुजर जाएगा दिन, तुम याद नहीं करोगे तो कौन सी नहीं होगी शाम !!!!,,,,
एक मैं हूँ जिसे लहेरों की तरह चैन नहीं, एक वो है जो खामोश समंदर की तरह है !!!!,,,,
मैं ख़ामोश हूँ तो क्या हुआ, तू भी तो कभी आवाज़ दे !!!!,,,,
काश आइना कुछ लोगों को, उनके चहेरे के साथ औकात भी दिखा देता !!!!,,,,
नज़र अंदाज़ करने की वज़ह क्या है बता भी दो, मैं वही हूँ जिसे तुम दुनिया से बेहतर बताती थी !!!!,,,,
मैं नफरत के काबिल अगर हूँ तो मुझे छोड़ दे, पर मुझसे यूँ दिखावे की मोहब्बत ना किया कर !!!!,,,,
मुझे तेरे काफ़िले में चलने का कोई शौक नहीं, मगर तेरे साथ कोई और चले ये मुझे अच्छा नहीं लगता !!!!,,,,
वो कह गये थे की अब कभी न आएँगे, रात को सपनों में आये थे झूठे कहीं के !!!!,,,,
दूध में केसर सी तेरी आँखों की रंगत, ये बताती है तुम भी रात भर नहीं सोये !!!!,,,,
उदासियों का ये मौसम बदल भी सकता था, वो चलता तो मेरे साथ चल भी सकता था !!!!,,,,
काश पानी की छींटे मारने से, चेहरे की उदासियाँ धुल जाया करती !!!!,,,,
अगर तुम्हें पा लेते तो किस्सा इसी जन्म में खत्म हो!!,,,,
तुम्हें भी वक्त की चौखट पे नींद आ ही गई, पलट के तुम भी ना आई मेरी खुशियों की तरह !!!!,,,,
उस पगले को कभी मेरी मोहब्बत नजर नहीं आएगी, जिसके लिए अपने माँ-बाप तक से झूठ बोल लेती हूँ मैं !!!!,,,,
चल ना यार हम फिर से मिट्टी से खेलते है, हमारी उम्र क्या थी जो मोहब्बत से खेल बैठे !!!!,,,,
शिकवे आँखों से गिरा करेंगे अब, होठों से शिकायत करके शर्मिन्दा है हम !!!!,,,,
शिकायत जिंदगी से नहीं है, उससे है जो जिंदगी में नहीं है !!!!,,,,
बात इतनी है की तुम बहोत दूर होते जा रहे हो, और हद ये है की तुम ये मानते भी नहीं !!!!,,,,
कुछ शिकवें ऐसे भी है, जो खुद ही किये और खुद ही सुने !!!!,,,,
काश ये वक्त मेरे बस में होता, तो मैं गुजरने ही ना देती तुझसे मुलाक़ात के लम्हें !!!!,,,,
बहुत नजदीक होकर भी वो इतना दूर है मुझसे, इशारा हो नहीं सकता और पुकारा भी नहीं जाता !!!!,,,,
उसको फुरसत नहीं है दुनिया से, वो एक शख्स जो मेरी दुनिया है !!!!,,,,
तू मेरे साथ होगा तो क्या कहेगा जमाना, मेरी यही एक तमन्ना और तेरा यही एक बहाना !!!!,,,,
सूना है प्यार में लोग जान तक दे देते है, पर जो लोग वक्त नहीं देते वो जान कहाँ से देंगे !!!!,,,,
कदर नहीं है आज भी तुझे मेरी इस चाहत की, सिर्फ खुदा ही जानता है इंतिहा मेरी इबादत की !!!!,,,,
ओ आँख चुरा के जाने वाले, हम भी थे कभी तेरी नज़रों में !!!!,,,,
प्यार से भी तो रह सकते थे ना हम, नफरतें तो पहेले ही बहोत थी इस दुनिया में !!!!,,,,
हम जो ना होंगे, तो बहोत याद करोगे !!!!,,,,
बहोत नाराज हो शायद जो हम को इस तरह भूल बैठे हो, ना ये पूछा की कैसे हो और ना ये की हो भी या नहीं !!!!,,,,
चलो माना तुम्हारी आदत है तडपाना, मगर जरा सोचो अगर कोई मर गया तो !!!!,,,,
बोल नहीं रहा इसका मतलब ये नहीं की भूल गया हूँ मैं, मुझे ये देखना है की तुझे मेरी याद कितनी आती है !!!!,,,,
बहोत अलग सा है मेरे शब्दों का हाल, एक तेरी खामोशी और मेरे लाखों सवाल !!!!,,,,
मेरी चाहत को दिल्लगी कहने वालों, कभी तुम भी इसी के लिए तरसोगे !!!!,,,,
कदर नहीं है आज भी तुझे मेरी इस चाहत की, सिर्फ खुदा ही जानता है इंतिहा मेरी इबादत की !!!!,,,,
ओ आँख चुरा के जाने वाले, हम भी थे कभी तेरी नज़रों में !!!!,,,,
प्यार से भी तो रह सकते थे ना हम, नफरतें तो पहेले ही बहोत थी इस दुनिया में !!!!,,,,
हम जो ना होंगे, तो बहोत याद करोगे !!!!,,,,
बहोत नाराज हो शायद जो हम को इस तरह भूल बैठे हो, ना ये पूछा की कैसे हो और ना ये की हो भी या नहीं !!!!,,,,
चलो माना तुम्हारी आदत है तडपाना, मगर जरा सोचो अगर कोई मर गया तो !!!!,,,,
बोल नहीं रहा इसका मतलब ये नहीं की भूल गया हूँ मैं, मुझे ये देखना है की तुझे मेरी याद कितनी आती है !!!!,,,,
बहोत अलग सा है मेरे शब्दों का हाल, एक तेरी खामोशी और मेरे लाखों सवाल !!!!,,,,
मेरी चाहत को दिल्लगी कहने वालों, कभी तुम भी इसी के लिए तरसोगे !!!!,,,,
इसलिये चुप हूँ की बात और न बढ़ जाये कहीं, वरना सच ये है की कुछ गिला तुमसे है तो सही !!!!,,,,
काश हमारी जिंदगी में कोई ऐसा फ़रिश्ता होता, जो आपकी जिन्दगी में हमें लिख देता !!!!,,,,
लोगों की बातें सुनकर मुझे छोड़कर जाने वाले, हम कितने बुरे थे तुम पता तो कर लेते !!!!,,,,
कल मिला वक़्त तो जुल्फें तेरी सुलझा दूँगा, आज उलझा हूँ ज़रा वक़्त को सुलझाने में !!!!,,,,
प्यास अगर मेरी बुझा दे तो तुझे मानु मैं, वरना तू समंदर भी हो तो मेरे किस काम का !!!!,,,,
याद है तुमसे बात करने में, अक्सर सारी रात गुजर जाती थी!!,,,,
हम पूरा दिन ऑनलाइन रहकर उनका #wait करते है, और वो सोचते है की हम किसी ओर से बात कर रहे है !!!!,,,,
मैं तो इस वास्ते चुप हूँ की तमाशा ना बने, तू समझता है की मुझे तुझसे गिला कुछ भी नहीं !!!!,,,,
Complaint Status in Hindi
कुछ दिन से ज़िंदगी मुझे पहचानती नहीं, यूँ देखती है जैसे मुझे जानती नहीं !!!!,,,,
सुनो तुम यूँ हमसे खफा ना हुआ करो, पता है ना की हम कुछ भी नहीं तुम्हारे बिना !!!!,,,,
तेरी बातों में लाख मिठाश सही, पर जहर सा लगता है तेरा किसी और से बात करना !!!!,,,,
रोज मिलते है लेकिन कुछ कहते सुनते नहीं, मेरे सामने वो सिर्फ मेरी धड़कन बढ़ाने आते है !!!!,,,,
रात से शिकायत क्या बस तुम्हीं से कहना है, तुम ज़रा ठहर जाओ ना रात कब ठहरती है !!!!,,,,
तुम मुझे हँसी हँसी में खो तो दोगे, पर याद रखना फिर अपने आँसूं में ढूंढोगे !!!!,,,,
मेरे उदास होने पर वो कभी बात नहीं करते थे, खुद मायूस होते तो साथ मुझे भी कर देते थे !!!!,,,,
तेरी महफ़िल और मेरी आँखें, दोनो सदा ही भरी-भरी क्यूँ रहती है !!!!,,,,
तू मेरी सोच है जान, कोई और तुझे सोचे क्यूँ !!,,,,
मार दो जान से पर ऐसी सजा मत दो, की तुम हमारे सामने बैठी रहो किसी अजनबी की तरह !!!!,,,,
क्यूँ खेलते हो तुम हमसे मोहब्बत का खेल, बात बात में रूठ तुम जाते हो और टूटकर बिखर हम जाते है !!!!,,,,
तुम ज़िन्दगी की छोड़ो और अपनी बात करो, उससे भी कहीं ज्यादा तुमने सताया है मुझे !!!!,,,,
मेरी तक़दीर मेरे साथ नहीं, वरना सारा दिन तुझे बाहो में बसा के रखता !!!!,,,,
नज़र के सामने रहना और नज़र नहीं आना, तुम्हारे सिवा ये हुनर किसीको नहीं आता !!!!,,,,
हर बार इल्ज़ाम हम पर लगाना अच्छा नहीं, वफ़ा खुद से होती नहीं और खफ़ा हमसे हो जाते हो !!!!,,,,
एक बार गले मिलकर रोने जो दिया होता, एक पल तो मोहब्बत को मैंने भी जिया होता !!!!,,,,
रुक रुक के लोग देख रहे है मेरी तरफ, तुमने जरा सी बात को अखबार बना दिया !!!!,,,,
तुम्हारे साथ चलते है हजारों चाहने वाले, मेरे होने या ना होने से क्या फर्क पड़ता है !!!!,,,,
इन होंठो की भी न जाने क्या मजबूरी होती है, वही बात छुपाते है जो कहनी जरुरी होती है !!!!,,,,
मुझसे खुशनसीब है मेरे लिखे ये लफ्ज, जिनको कुछ देर तक पढेगी तेरी निगाहें !!!!,,,,
मेरी नींद हराम करने वाले, अब तेरे ख्वाब कौन देखेगा !!!!,,,,
मेरी ख़ामोशी में सन्नाटा भी है शोर भी है, तूने देखा ही नहीं आँखों में कुछ और भी है !!!!,,,,
मेरा दिल कैसे उदास ना हो यारों, वो # Online तो है मगर गैरों के लिए !!!!,,,,
शिकवा तो ऐसे करते है, जैसे हम ही नसीब लिखते है !!!!,,,,
काश अपनी भी ऐसी ही एक रात आती, मैं देखता उसका ख्वाब और वह सच में आ जाती !!!!,,,,
मेरी नींद हराम करने वाले, अब तेरे ख्वाब कौन देखेगा !!!!,,,,
मेरी ख़ामोशी में सन्नाटा भी है शोर भी है, तूने देखा ही नहीं आँखों में कुछ और भी है !!!!,,,,
मेरा दिल कैसे उदास ना हो यारों, वो # Online तो है मगर गैरों के लिए !!!!,,,,
शिकवा तो ऐसे करते है, जैसे हम ही नसीब लिखते है !!!!,,,,
काश अपनी भी ऐसी ही एक रात आती, मैं देखता उसका ख्वाब और वह सच में आ जाती !!!!,,,,
हद से बढ़ गया है तेरा नज़र अदाज करना, ऐसा सलुक न करो की हम भुलने पे मजबुर हो जाये !!!!,,,,
तुम्हारे नाम के निचे #Online नहीं, #Typing देखने को जी चाहता है !!!!,,,,
शिकायत करने से खामोश रहना बेहतर है, क्यूंकि जब किसीको फर्क नहीं पड़ता तो शिकायत कैसी !!!!,,,,
तेरे करीब आकर बडी उलझन में हूँ, मैं गैरों में हूँ या तेरे अपनो में हूँ !!!!,,,,
बहूत सवाल करती हो तुम, इतना प्यार ही कर लेती तो जवाब मिल जाते !!!!,,,,
ये सोचकर उसकी हर बात को सच मान लेते थे, की इतने खुबसूरत लब झूठ कैसे बोल सकते है !!!!,,,,
काश प्यार में भी कुछ कायदे होते, जब भी मैं चाहूँ और तुम मेरे करीब होते !!!!,,,,
हमें अच्छा नहीं लगता, तुम्हें कोई और अच्छा लगे !!!!,,,,
बहुत शौक है न तुझे बहस का, आ बैठ और बता मोहब्बत क्या है !!!!,,,,
ठहर जाते तो शायद मिल जाते हम तुम्हें, इश्क में इन्तजार किया करते है जल्दबाजी नहीं !!!!,,,,
हम तो इस वास्ते चुप है की कोई तमासा ना बने, तुम समजते हो की मुझे तुमसे गिला कुछ भी नहीं !!!!,,,,
एक पहेली है सुलझाओगे ? मेरे हो या नहीं ये बतलाओगे!!,,,,
जिन्दगी मिली भी तो है मुझे सिर्फ दो दिन की, ये दो दिन भी बीत रहे है उसको मनाने में !!!!,,,,
तुम्हें मालूम ही था की मैं तन्हा नहीं रह सकता, मेरे साथ रुक जाते मेरी आदत बदलने तक !!!!,,,,
काश बदल जाये ये वक़्त भी, और उसे जरूरत हो मेरी पहले की तरह !!!!,,,,
उधार रहा मुझ पर वो वक़्त तेरा, जब हुआ करता था तुझ पर सिर्फ हक़ मेरा !!!!,,,,
तुम हमें जान पाओ तुम्हें इतनी फुरसत कहाँ थी, और हम तुम्हें भुला पाते इतनी हममें जुररत कहाँ थी !!!!,,,,
आज तो बस साफ़ साफ़ बता दो, मेरा होना है या मुझे खोना है !! !!,,,,
जितना रूठना है आज रूठ ले पगली, जिस दिन हम रूठ गए… तू जिना भूल जायेगी !!!!,,,,
मेरी बेकरारी देखी है तूने कभी सब्र भी देख, मैं इतना खामोश हो जाऊँगी की तू चिल्ला उठेगा !!!!,,,,
आज उसने एक अजीब सवाल कर दिया मुझसे, मरते तो मुझ पर हो फिर जीते किसके लिए हो !!!!,,,,
ये तेरी आधी अधूरी मोहब्बत मुझे तकलीफ देती है, ना खुद मरती है और ना ही मेरी जान लेती है !!!!,,,,
जब रिश्तों में ग़लतफ़हमियाँ बढ़ जाए तो, सच्चा प्यार भी झूठा लगने लगता है !!!!,,,,
तरस जाओगे हमारे लबों से सुनने को एक एक लफ्ज, जब हम प्यार की बातें तो क्या शिकायत भी नहीं करेंगे !!!!,,,,
क्यूँ कर रहे हो भला तुम बगावत खुद से, मान क्यों नहीं लेते की तुम्हे भी है मोहब्बत मुझसे !!!!,,,,
बहोत अहेसान है हम पे तुम्हारे, एक और कर देते होकर हमारे !!!!,,,,
दामन छुड़ा के आपको जाना ही था अगर, नजरे उठा के प्यार से देखा था किस लिए !!!!,,,,
वो मुझको भूलना चाहते है और मैं भी उनको, ऐ यादों अब भी तुमने आना-जाना क्यूँ लगा रखा है !!!!,,,,
मोहब्बत के ये पल जो लगता है तुम्हे सुकून के, बिछड़ने के बाद यही तुम्हारा सुकून छीन लेंगे !!!!,,,,
कभी तो मेरी ख़ामोशी का मतलब खुद समझ लो, कब तक वजह पूछोगे अंजानो की तरह !!!!,,,,
अंजान अगर हो तो गुज़र क्यूँ नहीं जाते, पहचान रहे हो तो ठहर क्यूँ नहीं जाते !!!!,,,,
अब मैं कोई भी बहाना नहीं सुनने वाला, तुम मेरा प्यार मुझे प्यार से वापस कर दो !!!!,,,,
अगर तुम्हे यकीन है तुम्हारे शक पर, तो हमें शक है तुम्हारे यकीन पर !!!!,,,,
मेरी जिंदगी के हर किस्से में जब तुम आते हो, सबसे मिलते हो पर मेरे हिस्से में क्यों नहीं आते हो !!!!,,,,
तुमने देखी ही नहीं हमारी फूलों जैसी वफा, हम जिस पर खिलते है उसी पर मुरझा जाते है !!!!,,,,
तेरा आधे मन से बात करना, मुझे पूरा तोड देता है !!!!,,,,
नजरअंदाज उन्हें कर सकू जो नजर के सामने हो, उनका क्या करू जो दिल में छुपे बैठे है !!!!,,,,
मेरी फ़ितरत में नहीं था तमाशा करना, बहुत कुछ जानते थे मगर ख़ामोश रहे !!!!,,,,
रोज ख्वाबों में जीती हूँ वो जिन्दगी, जो तेरे साथ मैनें हकीकत में सोची थी !!!!,,,,
हर एक बार मना लेते अगर तुम पास होते, हर एक खता की वजह बता देते अगर तुम साथ होती !!!!,,,,
मुश्किल का मेरी मुश्किल से उनको यकीन आया, समझे मेरी मुश्किल को लेकिन बड़ी मुश्किल से !!!!,,,,
नहीं है शिकवा तेरी बेरुखी का, शायद मुझे ही तेरे दिल में घर बनाना नहीं आया !! !!,,,,
उसके जैसी कोई और कैसे हो सकती है, और अब तो वो खुद भी अपने जैसी नहीं रही !!!!,,,,
सामने होते हुए भी तुझसे दूर रहना, बेबसी की इससे बड़ी मिसाल क्या होगी !!!!,,,,
रिश्ते टूट न जायें इस डर से बदल लिया है खुद को, अपनी ज़िद से ज्यादा रिश्तों को अहमियत दी है मैंने !!!!,,,,
मिलते है बहुत लोग जुबान को समझने वाले, काश कोई मिले जो धड़कनों को समझे !!!!,,,,
क्यूँ नहीं महसूस होती उसे मेरी तकलीफ, जो कहती थी बहोत अच्छे से जानती हूँ तुझे !!!!,,,,
एक तू है जिसे परवाह नहीं मेरी, एक मैं हूँ जो परेशान तेरे लिए !!!!,,,,
काश कभी यूँ भी हो की बाजी पलट जाए, उसे याद सताए मेरी और मैं सुकून से सो जाऊं !!!!,,,,
जिन्दगी तो गुजर ही जाती है, मोहब्बत से गुजरे तो कितनी अच्छी बात है !!!!,,,,
मेरी किस्मत का भी कोई जवाब नहीं, जो अच्छा लगे वही भूल जाता है !!!!,,,,
मत छीन अपना नाम मेरे लब से इस तरह, इस बेनाम जिन्दगी में तेरा नाम ही तो है !!!!,,,,
बेखबर जमाना क्यूँ ऐतबार नहीं करता, तराजु में तौलकर तो कोई प्यार नहीं करता !!!!,,,,
कुछ पल का साथ देकर तुमने, पल पल का मोहताज बना दिया !!!!,,,,
कमाल है इश्क़ उसका भी, कहती है तेरी दुल्हन को में अपने हाथो से सजाऊँगी !!!!,,,,
अकेले ही काटना है मुझे जिन्दगी का सफ़र, पल दो पल साथ रहकर मेरी आदत ख़राब ना कर !!!!,,,,
बताओ फ़िर उसे क्यूँ नहीं महेसुस होती बैचेनिया मेरी, जो अक्सर केहती थी की बहुत अच्छे से जानती है वो मुझे !!!!,,,,
इसलिए भी खामोश रहने लगा हूँ मैं आजकल, क्योंकी उस पर मेरी बात का अब कोई असर नहीं होता !!!!,,,,
तेरे साथ बिता हुआ कल, भारी है मेरे आज पर !!!!,,,,
काश कभी ऐसा भी हुआ होता, मेरी कमी ने तुझको उदास किया होता !!!!,,,,
हम कोई छोटी सी कहानी नहीं थे, बस पन्ने ही जल्दी पलट दिए तुमने !!!!,,,,
सूना था ख्वाब अपने होते है, लेकिन ये भी कमबख्त तेरे निकले !!!!,,,,
वास्ता नहीं रखना तो नजर क्यूँ रखते हो, किस हाल में हूँ ज़िंदा ये खबर क्यूँ रखते हो !!!!,,,,
ना वो मेरी तक़दीर में ना मैं उसकी किस्मत में, फिर भी ना जाने क्यूँ दिल उसे अपना बनाने की सोच में लगा रहता है !!!!,,,,
बेपरवाह हो जाते है अक्सर वो लोग, जिन्हे कोई बहुत प्यार करने लगता है !!!!,,,,
चलो मान लिया की मुझे मोहब्बत करनी नहीं आती, लेकीन ये बतायो तुम्हें दिल तोडना किसने सिखाया !!!!,,,,
उसको भी हमसे मुहब्बत हो ज़रूरी तो नहीं, इश्क ही इश्क की किम्मत हो ज़रूरी तो नहीं !!!!,,,,
कैसे भूल सकता है कोइ किसीको, जब किसीको किसीकी आदत हो जाती है !!!!,,,,
बोला ना की तेरे बिना जी नहीं सकते हम, बस इसी बात का फायदा उठाते हो न तुम !!!!,,,,
चाँद सी सूरत जो रब ने दे दी थी तुमको, काश रौशन मेरी किस्मत का सितारा करते !!!!,,,,
देखो ज़माना हो गया मगर मेरी चाहत नहीं बदली, किसीकी ज़िद नहीं बदली मेरी आदत नहीं बदली !!!!,,,,
Complaint Status For WhatsApp
आजकल बहुत नाराज़ रहते हो हमसे, कहीं हमारे मनाने के तरीके से मोहब्बत तो नहीं कर बैठे हो !!!!,,,,
उसके जैसी कोई दूसरी कैसे हो सकती है, अब तो वो खुद भी खुद के जैसी नहीं रही !!!!,,,,
सजा देना तो मुझे भी आता है, पर उसे तकलीफ पहुंचे ये हमें गँवारा नहीं !!!!,,,,
तुम्ही से रूठकर तुम्हे ही सोचते रहना, मुझे तो ठीक से नाराज होना भी नहीं आया कभी !!!!,,,,
हद से बढ़ गया है तेरा नज़र अदाज करना, ऐसा सलुक न करो की हम भुलने पे मजबुर हो जाये !!!!,,,,
मुझे रुसवा ना कर भरी महफ़िल में, बंद कमरे में चाहे क़त्ल कर दे मेरा !!!!,,,,
यही बहुत है की दिल उसको ढूँढ लाया है, किसीके साथ सही वो नज़र तो आया है !!!!,,,,
गुरुर-ए-हुस्न की मदहोशी में उनको ये भी खबर नहीं, कौन चाहेगा मेरे सिवा उनको उम्र ढल जाने के बाद !!!!,,,,
हमने हर बार बदला है खुद को सिर्फ़ उसके लिए, और वो कहता है की तुम पहले जैसे नहीं रहे !!!!,,,,
पता नहीं कब जायेगी तेरी लापरवाही की आदत, कुछ तो संभाल कर रखती, मुझे भी खो दिया !!!!,,,,
पगली इतने गुस्से से मत देख मुझे, मैं तुमसे प्यार करता हूँ दुश्मनी नहीं !!!!,,,,
इतनी भी मनमानियां अच्छी नहीं, आप सिर्फ अपने ही नहीं हमारे भी हो !!!!,,,,
तुम वह हो जिसको हम खोना नहीं चाहते, और हम वोह है जिसके तुम होना नहीं चाहते !!!!,,,,
शिकायत जिन्दगी से नहीं, उनसे है जो जिन्दगी में नहीं है !! !!,,,,
दुनिया चाँद तक पहुँच गयी और एक मैं हूँ, पता नहीं तुम्हारे दिल तक कब पहुँच पाऊं !!!!,,,,
पगली तू भी Freedom की तरह निकली, पसंद तो आ गई पर पता नहीं मिलेंगी भी या नहीं !!!!,,,,
मिलते है बहोत लोग जुबान को समझने वाले, काश कोई मिले जो धड़कन को भी समझे !!!!,,,,
सरेआम ये शिकायत है मुझे ज़िन्दगी से, क्यों मिलता नहीं मिजाज मेरा किसी से !!!!,,,,
तुमने सोचा ही नहीं, की कोई सोचता होगा तुम्हारे बारे में !!!!,,,,
यह मेरी सबसे बड़ी तमन्ना थी, काश वो भी मेरे नाम की तरह मेरे होते !!!!,,,,
एक तेरे बगैर ही ना गुजरेगी जिन्दगी, बता मैं क्या करू सारे जमाने की मोहब्बत लेकर !!!!,,,,
तुम तो कहते थे की हर शाम तेरे साथ गुजारेंगे, तुम बदल गए हो या तेरे शहर में अब शाम ही नहीं होती !!!!,,,,
शिकायत करने से खामोश रहना बेहतर है, क्यूंकि जब किसीको फर्क नही पड़ता तो शिकायत कैसी !!!!,,,,
काश कैद कर ले वो पगली मुझे अपनी डायरी में, जिसका नाम छिपा होता है मेरी हर शायरी में !!!!,,,,
खर्च कर दिया है खुद को पूरा साहब, वो कहता है की अभी हिसाब अधूरा है !!!!,,,,
हां मुझे मोहब्बत नहीं आती, तुम्हे आती है तो करते क्युं नहीं !!!!,,,,
हमे पता है की तुम कहीं और के मुसाफिर हो, हमारा शहर तो यूँ ही बिच में आया था !!!!,,,,
आज पास हूँ तो क़दर नहीं है तुमको, यक़ीन करो टूट जाओगे तुम मेरे चले जाने से !!!!,,,,
खामोशी की वजह बार बार पूछ रही थी, वजह बतायी तो खुद खामोश हो गई !!!!,,,,
यूँ तो कोई शिकवा नहीं मुझे अपनी जिंदगी से, मगर तुम मेरे होते तो आज जिंदगी कुछ और ही होती !!!!,,,,
सुन मेरी खबर न रखने वाले, फरवरी आ रही है मोहब्बत लेकर !!!!,,,,
काश कभी ऐसा भी हुआ होता, मेरी कमी ने तुझे उदास किया होता !!!!,,,,
बहाना कोई ना बनाओ तुम मुझसे खफा होने का, तुम्हें चाहने के अलावा कोई गुनाह नहीं है मेरा !!!!,,,,
किस तरह करे खुद को तेरे प्यार के क़ाबिल हम, हम आदते बदलते है तो तुम शर्ते बदल देते हो !!!!,,,,
मेरा झुकना और तेरा खुदा हो जाना, यार अच्छा नहीं इतना बड़ा हो जाना !!!!,,,,
तुम्हारे हर सवाल का जवाब मेरी आँखों में था, और तुम मेरी जुबान खुलने का इन्तेजार करते रहे !!!!,,,,
काश तु एक बार तो लगा लेती मुझे अपने सीने से, फिर तो रब अगर जन्नत में जगह देता तो भी मना कर देता !!!!,,,,
नाकाम मोहब्बत भी बड़े काम की होती है दोस्तों, दिल मिले ना मिले पर इलज़ाम जरुर मिल जाता है !!!!,,,,
उसने कहा की अगर नसीब हुआ तो हम ज़रूर मिलेंगे, मैंने कहा की अगर हम बदनसीब हुए तो कैसे जी पायेंगे !!!!,,,,
कहाँ मिलता है कभी कोई समझने वाला, जो भी मिलता है समझा के चला जाता है !!!!,,,,
मुझे नज़र-अदांज करने की एक वजह तो बता, फिर मैं तुझे चाहने की हज़ार वजह बताउँगा !!!!,,,,
मैं यह नहीं कहता की मेरी खबर पुछो तुम, खुद किस हाल में हो इतना तो बता दिया करो !!!!,,,,
तमन्ना तो हरएक पंखुडी को सजा के रखने की थी, पर अफसोस की तुमने कोई फूल दिया ही नहीं !!!!,,,,
मेरी ख़ामोशी से किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता, और शिकायत में दो लफ्ज़ भी कह दूँ तो वो चुभ जाते है !!!!,,,,
हमने सोचा था की बताएंगे सब दुःख दर्द तुमको, पर तुमने तो इतना भी न पूछा की खामोश क्यों हो !!!!,,,,
तुम लिखते रहे मेरे आंसुओ पे ग़ज़ल, अफ़सोस है की ये भी न पूछा रोते क्यों हो !!!!,,,,
नया नया शौक उन्हे रुठने का लगा है, खुद ही भूल जाते है की रूठे किस बात पे थे !!!!,,,,
वो हाल ना पूछ सके हमें बेहाल देखकर, हम अपने हाल ना बता सके उनको खुशहाल देखकर !!!!,,,,
अजब अनदाज है उनका जबाब माँगने का, होठों पर रख के होठ कहते है बोलते क्यूँ नहीं !!!!,,,,
तुम्हारी प्यार भरी निगाहों पर हमें कुछ तो गुमान होता है, देखो ना मुझे इस क़दर मदहोश नज़रों से की दिल बेईमान होता है !! !!,,,,
मैं उसका हूँ ये राज तो वो जान गई है, वो किसकी है ये सवाल मुझे सोने नहीं देता !!!!,,,,
मेरे शेर सुन के भी जो खामोश इतनी है, राम ही जाने गुरुर ए हुस्न में मदहोश कितनी है !!!!,,,,
समझ में नहीं आता की किस पे भरोसा करूं, यहां तो लोग नफ़रत भी करते है मोहब्बत की तरह !!!!,,,,
इतना भी हमसे नाराज़ मत हुआ करो, बदकिस्मत ज़रूर है हम मगर बेवफा नहीं !!!!,,,,
तुमसे अच्छा तो हम चाँद से ही मोहब्बत कर लेते, लाख दूर सही पर नजर तो आता है !!!!,,,,
वो रूठ के बोले की तुम्हे सब शिकायत मुझसे ही है, मैंने सर झुका कर कह दिया की मुझे सब उम्मीदे भी तो तुम से ही है !!!!,,,,
जरा सी बात पे भिगो देते हो पलकें, तुम्हे तो अपने दिल का हाल बताना भी मुश्किल है !!!!,,,,
वो तुम हो जीसे हमने सोंपी है दिल की सभी धड़कने, और तुम हो जो अपना एक पल देने को हज़ार बार सोचते हो !!!!,,,,
तू वैसी ही है जैसा मैं चाहता हूँ, बस मुझे वैसा बना दे जैसा तू चाहती है !!!!,,,,
चलो माना की हमें प्यार का इजहार करना नहीं आता जज़्बात ना समझ सको इतने नादान तो तुम भी नहीं !!!!,,,,
फिर से ग़लतफ़हमियों में डाल दिया, जाते वक्त मुस्कुराना जरुरी था क्या!!,,,,
उसे अपना कहने की बड़ी तमन्ना थी दिल में, इससे पहले की बात लबो पर आती वो गैर हो गये !!!!,,,,
तिनका तिनका ज़रा ज़रा है रोशनी से जैसे भरा हर दिल में अरमान होते तो है बस कोई समझे ज़रा !!!!,,,,
उसकी तरक्कियों की कहानी में मैं भी हूँ, अब देखना ये है की वो सुनाता कहाँ से है !!!!,,,,
सुनो तुम दिल दुखाया करो इजाजत है, बस कभी भूलने की बात मत करना !!!!,,,,
जो हमे अपनी लाइफ का टाइम पास बनाते रहेते है, दिल भी साला उसके ही पीछे पागल होता है !!!!,,,,
मुझे तेरी जैसी नहीं मिलेगी ये मुझे पता है, लेकिन तू मेरे भी मेरे जैसा ढूंढ के दिखा तो मैं मानु !!!!,,,,
तूने मेरा आज देख के मुझे ठुकराया है, हमने तो तेरा गुजरा कल देख के भी मोहब्बत की थी !!!!,,,,
हमने ही सिखाया था उसे बाते करना, आज हमारे लिए ही वक्त नहीं है !!!!,,,,
तुम तो डर गए एक ही कसम से, हमे तो तुम्हारी कसम देकर हजारो ने लुटा है !!!!,,,,
कोई भी दीवारें मुझे तुमसे मिलने से ना रोक पाती, अगर तू मेरे साथ होती तो !!!!,,,,
अब शिकायते तुम से नहीं खुद से है, माना की सारे झूठ तेरे थे लेकिन उन पर यकीन तो मेरा था !!!!,,,,
बड़ी नादान है इस निकम्मे दिल की हरकतें, जो मिल गया उसकी कदर नहीं और जो ना मिला उसे भूलता नहीं !!!!,,,,
मेरे दिल से ज्यादा मतलबी और कौन होगा, जो बिना मतलब के भी बस तुझ से ही प्यार करता है !!!!,,,,
सौ दुशमन बनाए हमने किसी ने कुछ ना कहा, एक को हमसफर क्या बनाया सौ उँगलियाँ उठ गई !!!!,,,,
खता इतनी थी की उनको पाने की कोशिश की, अगर छिनने की कोशिश करते तो बेशक वो हमारे होते !!!!,,,,
हमे तो प्यार के दो लफ्ज भी नसीब नही हुआ, और बदनाम तो एसे हुए की जैसे इश्क के बादशाह थे हम !!!!,,,,
हमारे बाद कभी नही आएगा तुम्हे चाहत का मज़ा, तुम सबसे कहती फिरोगी की हमे चाहो उसकी तरह !!!!,,,,
कर ली ना तसल्ली तुमने दिल तोड़कर मेरा, मैने कहा भी था कुछ नही है इसमे तुम्हारे सिवा !!!!,,,,
उसे रास ही ना आया मेरा साथ, वर्ना मैं उसे जीते जी खुदा बना देता !!!!,,,,
तबाह हूँ तेरे प्यार में, तुझे दुसरो का खयाल है, मेरे मसले पर गौर कर, जिन्दगी का सवाल है !!!!,,,,
शिकायते वहाँ होती है जहाँ ऐतबार ना हो, मेरा तो यकीन ही तुम हो तो शिकायत कैसी !!!!,,,,
तुम मौसम की तरह बदल रही हो, मैं फसल की तरह बरबाद हो रहा हूँ !!!!,,,,
तू होश में थी फिर भी हमें पहचान न पायी, एक हम है की पी कर भी तेरा नाम लेते रहे !!!!,,,,
हर शख्स को नफरत झूठ से है, मैं परेशान हु ये सोच कर की फिर ये झूठ बोलता कौन है !!!!,,,,
एक वक़्त तक मैं उसकी ज़रूरत बना रहा, फिर यूँ हुआ ली उसकी ज़रूरत बदल गयी !!!!,,,,
कोहराम मचा रखा है मेरी सर्द आहो ने, तेरे दिल का मौसम है जो बदलने का नाम नहीं लेता !!!!,,,,
रंगो की बात न करो दोस्तो, मैने लोगो को रंग बदलते देखा है !!!!,,,,
शिकवा करने गये थे और इबादत सी हो गई, तुझे भुलाने की जीद थी मगर तेरी आदत सी हो गई !!!!,,,,
हम ख़ुशबू जैसे लोग है, बस बिखरे-बिखरे रहते है !!!!,,,,
किस बात पर मिजाज बदला बदला सा है, शिकायत है हमसे या असर किसी और का है !!!!,,,,
ना मोहब्बते संभाली गई, ना ही नफरते पाली गई, है बड़ा अफ़सोस उस जिंदगी का जो तेरे पीछे खाली गई !!!!,,,,
शिकवा करने गये थे और इबादत सी हो गई, तुझे भुलाने की जीद थी मगर तेरी आदत सी हो गई !!!!,,,,
हम ख़ुशबू जैसे लोग है, बस बिखरे-बिखरे रहते है !!!!,,,,
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किस बात पर मिजाज बदला बदला सा है, शिकायत है हमसे या असर किसी और का है !!!!,,,,
ना मोहब्बते संभाली गई, ना ही नफरते पाली गई, है बड़ा अफ़सोस उस जिंदगी का जो तेरे पीछे खाली गई !!!!,,,,
कोशिश तो करते थोड़ी, मिलना ना मिलना तो खुदा के हाथ में था !!!!,,,,
भुला दिया है सब अपनो ने इस तरह से, जैसे की हम इस जहाँ में रहते ही नहीं !!!!,,,,
मेरी खामोशी से नाराज न हो जाना तुम, अक्सर इश्क खामोश कर देता है !!!!,,,,
लम्हो की दौलत से दोनो महरूम रहे, मुझे चुराना न आया, तुम्हे कमाना न आया !!!!,,,,
शिकवा तो बहुत है मगर शिकायत नहीं कर सकता, मेरे होठों को इजाजत नहीं तेरे खिलाफ बोलने की !!!!,,,,
इतनी शिकायत, इतनी शर्ते, इतनी पाबन्दी, तुम मोहब्बत कर रहे हो या सौदा कोई !!!!,,,,
दिल भी कितना अजीब है यारो, साला रहेता है मेरे सिने में और सोचता है किसी और के लिए !!!!,,,,
ये जरुरी तो नहीं की जिनके दिल में प्यार हो, उनकी किस्मत में भी प्यार हो !!!!,,,,
मैं उससे तूफानो में साथ निभाने की उम्मीद करता रहा, जो निकल ना सकी घर से बारिशों का बहाना करके !!!!,,,,
ऐसा नहीं है की हमे बातें बुरी नहीं लगती, एक बस तेरे लिये सारे गुनाह माफ है !!!!,,,,
लूट लेते है अपने ही वरना गैरों को क्या पता, दिल की दीवार कहाँ से कमजोर है !!!!,,,,
कहाँ ये जानते थे की रस्में उल्फ़त कभी यूँ भी निभानी होगी, तुम सामने भी होंगे और हमें नजरें झुकानी होगी !!!!,,,,
अगर समझ पाते तुम मेरी चाहत की इन्तहा तो, हम तुमसे नहीं तुम हमसे मोहब्बत करते !!!!,,,,
न खुद रहने आते हो और न किसी को रहने देते हो, आखिर खुद आकर आबाद दिल का ये मकान क्यूँ नहीं करते !!!!,,,,
छोटी छोटी बातों पर रुलाने की आदत है उसे, और कहते है आँखों में मुझे रखना काजल की तरह !!!!,,,,
यह जरुरी नहीं मेरी हर बात तुम समझो, मगर जरुरी यह है की तुम मुझे तो समझो !!!!,,,,
सुना है काफी पढ़ लिख गई हो तुम, कभी वो भी पढ़ो जो हम कह नहीं पाते !!!!,,,,
चुपके से उसको एक गुलाब भेजा था मगर, खुशबू ने शहर भर में तमाशा बना दिया !!!!,,,,
दिल बहलाने के लिये ही गुफ्तुगू कर लिया करो जनाब, मालूम तो मुझे भी है की हम आपको अच्छे नहीं लगते !!!!,,,,
नजर और नसीब के मिलने का इत्तफाक कुछ ऐसा है की, नजर को हंमेशा वही पसंद आता है जो नसीब मे नहीं होता !!!!,,,,
काश कुछ अल्फ़ाज़ मुझे लिखने आ जाएँ, ताकि तुम क्या हो मेरे लिए ये हम तुम्हे बता पाएँ !!!!,,,,
आज मैंने दिल के जज्बात भेजे, तुमने फिर भी अलफ़ाज़ ही समझे !!!!,,,,
सुनो, तुम ही रख लो अपना बना कर, औरों ने तो छोड़ दिया तुम्हारा समझकर !!!!,,,,
चलते तो है वो साथ पर अंदाज़ देखिए, जैसे की इश्क़ करके वो एहसान कर रहे है !!!!,,,,
हो गई थी दिल को कुछ उम्मीद सी तुमसे, खैर तुमने जो किया अच्छा किया !!!!,,,,
काश मेरा घर तेरे दर के करीब होता, मिलना ना सही देखना तो नसीब होता !!!!,,,,
तुम्हे अपना कहने की तमन्ना थी दिल में, मगर लबों तक आते आते तुम गैर हो गए !!!!,,,,
मौत से इसलिए भी डरता हूँ की ऊपरवाले को क्या मुँह दिखाऊंगा, क्यूंकि यहाँ मैंने खुदा किसी और को माना था !!!!,,,,
अब और नहीं होती इश्क की गुलामी, यारो कह दो उसे, हो जाये जिसका होना है !!!!,,,,
बदल जाती हो तुम कुछ पल साथ बिताने के बाद, ये तुम मोहब्बत करती हो या नशा कोई !!!!,,,,
कोशिश के बावजूद भी जो पूरी न हो सके, तेरा नाम भी उन्ही ख्वाइशों में से है !!!!,,,,
कांच की तरह होते है गरीबों के दिल, कभी टूट जाते है तो कभी तोड़ दिए जाते है !!!!,,,,
कभी तो यकीन कर लो तुम मेरी मोहब्बत का, कहीं उमर न गुज़र जाये मुझे आज़माने में !!!!,,,,
मेरी नाराज़गी तुमसे नहीं बल्कि तुम्हारे वक्त से है, जो तुम्हारे पास मेरे लिए नहीं है !!!!,,,,
रहने दो अब तुम मुझे पढ ना सकोगे, बरसात में भीगे हुए कागज की तरह हूँ मैं !!!!,,,,
ना जाने क्यों रेत की तरह निकल जाते है हाथों से वो लोग, जिन्हें जिन्दगी समझ कर हम कभी खोना नही चाहते !!!!,,,,
इतनी लंबी उम्र मत माँग मेरे लिए, ऐसा ना हो की तुम भी छोड दो और मौत भी ना आऐ !!!!,,,,
हमें भी आते है अंदाज़ दिल तोड़ने के, हर दिल में ख़ुदा बसता है यही सोचकर चुप हूँ !!!!,,,,
तुम्हारा हर अंदाज़ अच्छा है, सिवाय नज़र अंदाज़ करने के !!!!,,,,
हम जा रहे है वहां जहाँ दिल की क़दर हो, बैठे रहो तुम अपनी अदाएं लिए हुए !!!!,,,,
उसने देखा ही नहीं अपनी हथेली को कभी, उसमे हलकी सी लकीर मेरी भी थी !!!!,,,,
हजारों चेहरों में एक तुम ही थे जिस पर हम मर मिटे वरना, ना चाहतो की कमी थी और ना चाहने वालो की !!!!,,,,
प्यार करना तो सीख गए आप लेकिन, प्यार की कद्र करना नहीं सीखा आपने !!!!,,,,
आज मेरे साथ दो कदम चलकर थक गई हो तुम, जरा ये बता दो की ऐसे रिश्ते कितने दिन चलते है !!!!,,,,
बहुत महंगा हो गया है ये इश्क़ जनाब आजकल, अब उसे पहली मुलाकात में दिल नहीं तोहफे चाहिये !!!!,,,,
कुछ इसलिये भी नहीं करते हाल ए दिल बयां, समझता कोई नहीं और समझाता हर कोई है !!!!,,,,
सुना था की दर्द का एहसास तो अपनो को होता है, यहाँ तो दर्द ही अपने देते है तो एहसास कौन करेगा !!!!,,,,
यही सोचकर कोई सफाई नहीं दी हमने की, इल्जाम झूठे भले है, पर लगाये तो तुमने है !!!!,,,,
मोहब्बत ना थी तो एक बार समझाया तो होता, बेचारा दिल तुम्हारी खमोशी को इश्क समझ बैठा !!!!,,,,
उनको डर है की हम उन के लिए जान नही दे सकते, और मुझे खोफ़ है की वो रोएंगे बहुत मुझे आज़माने के बाद !!!!,,,,
कुछ ना किया मगर वो दर्द बेहिसाब दे गये, देखो ना ! मुझ अनपढ को मोहब्बत की किताब दे गये !!!!,,,,
तूने चुप रहकर और भी ढाया है सितम, तुझसे तो अच्छे है मेरे इस हाल पे हंसने वाले !!!!,,,,
कभी हक़ीक़त में भी बढ़ाया करो ताल्लुक़ हमसे, शायद फिर से जिन्दा हो जाय हम !!!!,,,,
वो जब जब लड़खड़ाते है, वजूद मेरा डगमगाता है !!!!,,,,
वो अक्सर मुझसे पूछा करती थी की तुम मुझे कभी छोड़ कर तो नहीं जाओगे, काश मैंने भी पूछ लिया होता !!!!!,,,,
उसूलों के तो हम भी बड़े पक्के थे, बस तेरे आगे ही दिल की एक ना चली !!!!,,,,
खुद ही करते है शिकवा खुद ही सुना करते है हम, पहले तो कहां करते थे वो और सुना करते थे हम !!!!,,,,
कोई इल्ज़ाम रह गया हैं तो वो भी दे दो, पहले भी बुरे थे हम, अब थोड़े और सही !!!!,,,,
ना चाहते हुए भी आ जाता है, लबो पर नाम तेरा, कभी तेरी तारीफों में तो कभी तेरी शिकायत में !!!!,,,,
इतना रोई मेरी मौत पे मुझे जगाने के लिए, मैं मरता ही क्यो अगर वो थोड़ा रो देती मुझे पाने के लिए !!!!,,,,
चले जायेंगे तुझे तेरे हाल पर छोड़कर, कदर क्या होती है ये तुझे वक़्त सिखाएगा !!!!,,,,
उफ़ ये तेरा अकसर मुजको भूल जाना, अगर दिल ना दिया होता तो जान ले लेता !!!!,,,,
मेरा दिल यूँ ही पत्थर का ना बन गया होता, ये पिघल जाता जो तूने इसे छू लिया होता !!!!,,,,
तेरी मोहब्बत को कभी खेल नही समजा, वरना खेल तो इतने खेले है की कभी हारे नही !!!!,,,,
काश ऐसा कोई मंज़र होता, मेरे कांधे पे तेरा सर होता !!!!,,,,
मुझे तेरे ये कच्चे रिश्ते जरा भी पसंद नहीं आते, या तो लोहे की तरह जोड़ दे या फिर धागे की तरह तोड़ दे !!!!,,,,
मैंने गम के तबादले की अर्जी लगा रखी है, पता नहीं उसने कौन सी फ़ाइल में इसे दबा के रखी है !!!!,,,,
एक वो पगली है जो मुझे समजती ही नहीं, और यहाँ ज़माना मेरे स्टेटस को देखके दीवाना हुआ जा रहा है !!!!,,,,
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तुम्हे गैरों से कब फुर्सत, हम अपने ग़म से कब ख़ाली, चलो बस हो चुका मिलना, न तुम ख़ाली न हम ख़ाली !!!!,,,,
कुछ लोग आंसुओं की तरह होते है, पता ही नहीं चलता की साथ दे रहे है या साथ छोड़ रहे है !!!!,,,,
वो जो मिली हमारी थी ही नहीं, और जो हमारी थी वो मिली ही नहीं !!!!,,,,
जरा सा छेद क्या हुआ जेब में, पैसो के साथ कुछ रिश्ते भी निकल गए !!!!,,,,
झुठ बोलकर तो मैं भी दरिया पार कर जाता, मगर डूबो दिया मुझे सच बोलने की आदत ने !!!!,,,,
बहुत रोऐगी तु एक दिन मेरे लिए, और कहेगी एक पागल था जो पागल था सिर्फ मेरे लिए !!!!,,,,
उसे नहीं समझ आते लफ्ज मेरे, मुझसे जिसकी साँसे भी गुफ्तगू करती है !!!!,,,,
अफ़सोस होता है उस पल जब अपनी पसंद कोई ओर चुरा लेता है, ख्वाब हम देखते है और हक़ीक़त कोई और बना लेता है !!!!,,,,
जरा सा भी नही पिघलता दिल तेरा, इतना क़ीमती पत्थर कहाँ से ख़रीदा !!!!,,,,
मैं पसंद तो बहुत हूँ सब को, पर जब उनको मेरी ज़रुरत होती है तब !!!!,,,,
समझ कर काँच का टुकडा, तरांशा मुझको दुनियाँ ने, बना फिर भी नहीं, कंगन तेरी नाजुक कलाई का !!!!,,,,
भीड़ इतनी तो ना थी शहर के बाज़ारो में, मुझे खोने वाले तुने कुछ देर तो ढूँढा होता !!!!,,,,
वो कहते है हम कुछ लिखते नहीं, हम कहते है की, दिल में लिखा है जो कभी पढ़ने तुम आते ही नहीं !!!!,,,,
मुझे गरीब समझ कर महफिल से निकाल दिया, क्या चाँद की महफिल में सितारे नहीं होते !!!!,,,,
आ ही जाता है मेरे लबों पर तेरा नाम अक्सर, कभी तेरी तारीफ़ में, कभी तेरी शिकायत में !!!!,,,,
क्यों बहाने करते थे मुझसे रूठ जाने के, कह देते की दिल में जगह नहीं है तेरे लिए !!!!,,,,
लबों पे नाम है जिनका उन्हे कुछ भी खबर नहीं गजल में दर्द है जिनका उन्हे कुछ भी खबर नहीं !!!!,,,,
तेरी खामोशी अगर तेरी मजबुरी है, तो रहने दे इश्क कौन सा जरूरी है !!!!,,,,
काश मोहब्बत के भी इलैक्शन होते, हम भी कुछ खर्चा करके जीत लेते उसको !!!!!!,,,,
पसंद,मैंने भगवान से पुछा की क्यूँ तू हर बार छीन लेता है मेरी वो हंस कर बोला मुझे भी पसंद है तेरी हर पसंद !!!!,,,,
इतना कीमती ना कर खुद को… हम गरीब लोग है, महँगी चीजो को छोड़ देते है !!!!,,,,
बहोत अंदर तक जला देती है, वो शिकायतें जो बयाँ नहीं होती !!!!,,,,
नफ़रत हो जायेगी तुझे अपने ही किरदार से, अगर में तेरे ही अंदाज मे तुझसे बात करूं !!!!,,,,
तुजे भाव दीया क्यूंकि तुजसे मोहब्बत की थी, वरना तेरी औकात मेरे साये के साथ चलने की भी नहीं थी !!!!,,,,
हर शख्स मुझे एक अख़बार समझकर, अपने मतलब की ख़बर काट लेता है !!!!,,,,
तुम मेरा प्यार हो या प्याज हो ? जब भी मिलते हो रुला देते हो !!!!,,,,
करता नहीं तुमसे ये दिल शिकायत मगर, कहना तो चाहता है की तुम अब वो नहीं रहे !!!!,,,,
जुर्म में, मेरी बात सुन पगली अकेले हम ही शामिल नही है इस जब नजरे मिली थी तो मुस्कराई तू भी थी !!!!,,,,
इश्क की शुरुआत होने वाली थी, और कॉलेज का आखरी दिन था !!!!,,,,
मैं चरागो की भला कैसे हिफाज़त करती, वक़्त तो सूरज को भी हर रोज़ बुझा देता है !!!!,,,,
लहू से गहराती तेरी मुस्कान है ज़ालिम, लहूलुहान मेरा दिल है पर फिर भी तेरे काबिल नहीं !!!!,,,,
मेरे हालात को देखकर तुम अब यूँ रास्ता न बदलो, मैं दिल का बादशाह हूँ, मुक़द्दर तो खुदा के हाथ में है !!!!,,,,
काश मोहब्बत भी मौत की तरह होती… सबको एक बार मिलती तो सही !!!!,,,,
तेरी पहचान भी न खो जाए कही, इतने चेहरे ना बदल थोड़ी सी शोहरत के लिए !!!!,,,,
काश वो आये और देखकर ये कहे मुझसे, हम मर गये है क्या जो इतने उदास रहते हो !!!!,,,,
तकलीफ ये नहीं की किस्मत ने मुझे धोखा दिया, मेरा यकीन तुम पर था, किस्मत पर नहीं !!!!,,,,
एक बूँद पानी भी न निकला उन आँखों से हमारे जाने के बाद, तमाम उम्र जिन आँखों को हम झील कहते रहे !!!!,,,,
फुलो पे सबकी नजर है, कांटो से कौन मोहब्बत करेगा, यह दुनिया तुम जैसे अमीरो की है, हम गरीबो से कौन मोहब्बत करेगा !!!!,,,,
काश् इंसान भी नोटों की तरह होते, रोशनी की तरफ करके देख लेते की असली है या नकली !!!!,,,,
बचपन से लेकर आज तक सिर्फ अच्छे काम ही किये है, बस गलती से इश्क हो गया !!!!,,,,
फुर्सत मिले तो कभी बैठ कर सोचना, तुम भी मेरे अपने हो या सिर्फ हम ही तुम्हारे है !!!!,,,,
लडकी तो बहुत सी पट जाती है, जिसको दिलसे चाहा है, वही नखरे दिखाती है !!!!,,,,
प्यार तो मैं अपने आप से करता था, खामखाँ तुम क्यू बिच में आ गए !!,,,,
भूल गए हमको, वो उनका अधिकार है, हम कैसे भूले, हमको तो उनसे प्यार है !!!!,,,,
नही हो सकती ये मोहब्ब्त तेरे सिवा किसी और से, बस इतनी सी बात को आप समझते क्यों नहीं !!!!,,,,
आजकल प्यार की फसल भी उन्ही खेतों में दिखाई पड़ती है, जहाँ रोज पैसो की खाद डाली जाती है !!!!,,,,
थोडा इंतज़ार कर लेती पगली, वक्त खराब था हमारा दिल थोड़ी !!!!,,,,
महसूस कर रहे है तेरी लापरवाई कुछ दिनों से पर याद रखना, अगर हम बदल गये तो मनाना तेरे बस की बात नहीं !!!!,,,,
हमने चाहा ही उसे उतना की, उसे खूद पे गुरूर हो गया !!!!,,,,
मेरी ना रात कटती है और ना ज़िन्दगी, वो शख्स मेरे वक़्त को इतना धीमा कर गया !!!!,,,,
देख लिया ना तूने इस बेदर्द वक़्त को, तुझे मेरा बनाने में भी ना जाने कितना वक़्त लगेगा इस वक़्त को !!!!,,,,
किसे सुनाएँ अपने गम के चन्द पन्नों के किस्से, यहाँ तो हर शख्स भरी किताब लिए बैठा है !!!!,,,,
मैने जो पुछा उनसे की यूँ बात बात पे रूलाते क्यूँ हो, वो बड़े प्यार से बोली की मुझे बहता हुआ पानी बेहद पंसद है !!!!,,,,
ऊपर वाले ने कितने लोगो की तक़दीर सवारी है, काश वो एक बार मुझे भी कह दे की आज तेरी बारी है !!!!,,,,
अब मेरी जिंदगी की दुआ मांगते है लोग, जब मैंने जिंदगी को नजर से गिरा दिया !!!!,,,,
आ गया फरक उसकी नजरो में यकीनन, अब वो हमें खास अदांज से नजर अदांज करती है !!!!,,,,
तुम पुछो और मैं ना बताऊँ, अभी ऐसे हालात नहीं, बस एक छोटा सा दिल टुटा है, और कोई बात नहीं !!!!,,,,
तू नाराज़ न रहा कर, तुझे वास्ता है खुदा का, एक तेरा ही चेहरा खुश देखकर तो हम अपना गम भुलाते है !!!!,,,,
मेरी मोहब्बत की ना सही, मेरे सलिके की तो दाद दे, रोज़ तेरा ज़िक्र करता हूँ, बगैर तेरा नाम लिये !!!!,,,,
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कभी फुर्सत मिले तो सोचना जरूर, एक लापरवाह लड़का क्यों तेरी परवाह करता था !!!!,,,,
वो याद करेगी जिस दिन भी मेरी मोहब्बत को… रोएगी बहुत वो उस दिन, फिर मेरी होने के लिए !!!!,,,,
जाया करते थे, बचपन में तो फिर भी लुका छिप्पी में हम दोनों मिल जब से बड़े हुए है साले मिलते ही नहीं है !!!!,,,,
कल ही तो तौबा की मैंने शराब से, कम्बक्त मौसम आज फिर बेईमान हो गया !!!!,,,,
प्यार और मुहब्बत उस दौर की बात है दोस्त, जब मकान कच्चे और लोग सच्चे हुआ करते थे !!!!,,,,
काश की वो लौट के आयें मुझसे ये कहने, की तुम कौन होते हो मुझसे बिछड़ने वाले !!!!,,,,
वो बैगानो में अपने, हम अपनों में अंजान लगते है, हमारे खून की कीमत नहीं और उनके अश्को के भी दाम लगते है !!!!,,,,
हम कुछ ना कह सके उनसे इतने जज्बातो के बाद, हम अजनबी के अजनबी ही रहे इतनी मुलाकातो के बाद !!!!,,,,
इतना आसान हूँ की हर किसीको समझ आ जाता हूँ, शायद तुमने ही पन्ने छोड़ छोड़ कर पढ़ा है मुझे !!!!,,,,
जिसे शिद्दत से चाहो वो मुद्दत से मिलता है, बस मुद्दतों से मिला ही नहीं कोई शिद्दत से चाहने वाला !!!!,,,,
मत कर इतना गुरुर खुद पर, हमने चाहना छोड़ दिया तो लोग पूछना भी छोड़ देंगे !!!!,,,,
बात-बात पर, हर बात पर, जुदाई की धमकी, तुमने तो मोहब्बत को बदमाशी बना रखी है !!!!,,,,
जुर्म में, मेरी बात सुन पगली अकेले हम ही शामिल नही है इस जब नजरे मिली थी तो मुस्कराई तू भी थी !!!!,,,,
कल ही तो तौबा की मैंने शराब से, कम्बक्त मौसम आज फिर बेईमान हो गया !!!!,,,,
प्यार और मुहब्बत उस दौर की बात है दोस्त, जब मकान कच्चे और लोग सच्चे हुआ करते थे !!!!,,,,
काश की वो लौट के आयें मुझसे ये कहने, की तुम कौन होते हो मुझसे बिछड़ने वाले !!!!,,,,
वो बैगानो में अपने, हम अपनों में अंजान लगते है, हमारे खून की कीमत नहीं और उनके अश्को के भी दाम लगते है !!!!,,,,
हम कुछ ना कह सके उनसे इतने जज्बातो के बाद, हम अजनबी के अजनबी ही रहे इतनी मुलाकातो के बाद !!!!,,,,
इतना आसान हूँ की हर किसीको समझ आ जाता हूँ, शायद तुमने ही पन्ने छोड़ छोड़ कर पढ़ा है मुझे !!!!,,,,
जिसे शिद्दत से चाहो वो मुद्दत से मिलता है, बस मुद्दतों से मिला ही नहीं कोई शिद्दत से चाहने वाला !!!!,,,,
मत कर इतना गुरुर खुद पर, हमने चाहना छोड़ दिया तो लोग पूछना भी छोड़ देंगे !!!!,,,,
बात-बात पर, हर बात पर, जुदाई की धमकी, तुमने तो मोहब्बत को बदमाशी बना रखी है !!!!,,,,
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