Attitude Status in Hindi
ज़िन्दगी को आसान नही खुद को मजबूत बनाना पड़ता है,,,,,
खुशनशीब है वो घर जिनके घर रिश्ते आते हैं,️ वरना हमारे घर सिर्फ वारंट ही आते हैं,,,,,
सामने बोला करो, पीठ पीछे तो कुत्ते भौंकते हैं.,,,,,
खौफ तो आवारा कुत्ते भी मचाते हैं,पर दहशत हमेशा शेर की रहती है.,,,,
मुझे क्या डराएगा मौत का मंजर,हमने तो जन्म ही कातिलों की बस्ती में लिया है,,,,,
एक बात पूछनी है जमाने से कोन रोकेगा शेर को आने,,,,,
बहस करना पंसद नहीं मुझे इसलिये सीधा मुद्दे की बात करता हू,,,,,
बेटा झेल ना पाओगे मैं वो बला हूँ,,,,,
गाली तो हम देते नहीं है, अगर दी है तो “YOU DESERVE IT”,,,,,
इश्क़ की बात मत करो जनाब, जले बैठे है….. खामखां गाली दे देंगे,,,,,
कर्म अच्छा हो या बुरा किए बिना तो कुछ नहीं होगा.,,,,,
वो कुत्तों का काम हैं, बेवजह भोंकते रहना.. शेर से सीखा है हमने, खामोशी से रहना.,,,,,
मुसीबत के दिन भी गुजरेंगे हंसी उड़ाने वालों के चेहरे भी उतरेंगे,,,,,
दुनिया प्यार से नहीं साहेब,दादागिरी से चलती है,,,,,
बादशाह नही, टाइगर हूँ मैं इसलिए लोग इज्ज़त से नही मेरी इजाज़त से मिलते है,,,,,
उसके दिल को भी आधारकार्ड से जोड़ साहब, पता तो चले कितने खाते खुले हैं,,,,,
बस इतना बता दो की क्या चाहते हो, सच मे मोहब्बत है या सिर्फ वक्त बिताना चाहते हो,,,,,
हम माफ भी कर देते,पर चोट “आत्म-सम्मान” को लगी थी,,,,,
अभी तो नापी हैं मुट्ठीभर जमी हमनें..आगें अभी सारा आसमान बाक़ी हैं,,,,,
इतना भी सही नहीं नीयत का सही होना जनाब, यहाँ पर जो भी हैं सब थोड़े-थोड़े बुरे ही हैं,,,,,
गुरूर नहीं है मुझ में मगर ज़िद्दी कमाल का हूँ मैं,,,,,
वक्त अच्छे-अच्छों को झुकाता है और वक़्त सबका आता हैं,,,,,
जी भर के बदनाम हो गए, हक अदा हो गया जवानी का,,,,,
जानवर मार खा कर भी, वफादार है और इंसान प्यार पाकर भी गद्दार है,,,,,
विरासत में सिर्फ बाप की गद्दी मिलती है, बाप की बुद्धि नही,,,,,
अगर किरदार ऊंचा करना है, तो अपना हुनर दिखा औकात नही,,,,,
अंधेरों से कह दो बचपन गुजर चुका है अब तुझ से डर नहीं सुकून मिलता है,,,,,
फासला रखिये नहीं तो मोहब्बत हो जायेगी, फिर किसी की अम्मा नहीं मानेगी, किसी के अब्बा,,,,,
वक़्त ने थोड़ा सा साथ नहीं दिया तो लोगों ने ‘काबिलियत’ पर शक करना शुरू कर दिया ,,,,,
जमाने में आये हो तो जिने का हुनर भी रखना दुष्मनों का कोई खतरा नही बस अपनों पे नजर रखना,,,,,
दुश्मन से क्या डरना, शेर हूँ दुश्मन होना जायज़ है,,,,,
दोबारा पलटकर नहीं आऊँगा मैं, इतना गुरुर तो रखता हूँ जिंदगी में,,,,,
खामोशी से खेला गया खेल सबसे खतरनाक होता है,,,,,
‘वार’ भी दिल पर और ‘राज’ भी दिल पर.,,,,,
ताश का जोकर और अपनों की ठोकर, अक्सर बाजी घुमा देते है ,,,,,
काश इंसान भी नोटों की तरह होता, रोशनी की तरफ करके देख लेते असली है या नकली,,,,,
हर किसी के हो जाएं इतने सस्ते थोड़ी हैं हम,,,,,
हमसे उलझना कुछ ऐसा है, जैसे बारूद के ढेर पर बैठकर चिंगारी से खेलना,,,,,
हैसियत का परीचय तब देंगे जब बात आत्मसन्मान की होगी ,,,,,
पैसों से हथियार खरीदें जाते है लाडले जिगरा नहीं,,,,,
दोस्ती करोगे तो बहुत खास है हम, दुश्मनी करोगे तो तुम्हारे भी बाप है हम,,,,,
उतना ही बोलो ज़ुबान से जितना सुन सको कान से,
ये सच है कोई ख्वाब नहीं हम जैसा बनना कोई मज़ाक नहीं,,
अपनी औकात में रहना सीख बेटा… वर्ना जो हमारी आँखों में खटकते है,वो श्मशान में भटकते है,,,,
मर्द का जिगरा बड़ा होना चाहिए… मूछे तो बिलियों की भी बड़ी होती है,,,
खेल तो खेल गए आप अब अंजाम के लिए तैयार रहना,,,,,
हम वो खामोश समंदर है जिसके पहलू में तूफान पलते हैं,,,,,
अगर तुम बदमाश हो तो शरीफ हम भी नही,,,,,
देर कर दी तुमने लौटने में, रास्ता बदल चुका है मुसाफिर का,,,,,
की औकात ना हो, तो भौकना भी मत,,,,,
इतनी औकात नही है तेरी जो बराबरी कर सके तू मेरी,,,,,
बुरे को सलाम अच्छे को परेशान वाह रे हरामी इंसान,,,,,
जलाओ वो शमा जिसे आँधी बुझा न सके, बनो वो चेहरा जिसे कोई मिटा न सके,,,,,
नफरतों का दौर तुम शुरू तो करो रण में कूदने की बैचेनी हमें भी हैं,,,,,
पढ़ते क्या हो आँखों में मेरी कहानी, Attitude में रहना तो आदत है मेरी पुरानी,,,,,
तुम्हारी अकड इस तरह से तोडूंगा सच कहता हूँ कहीं का नही छोडूंगा ,,,,,
एक राह के दो मुसाफिर, एक वफादार हे और एक शातिर,,,,,
सुन बेटा टेंसन में सिर्फ़ तु नहीं, तेरा पुरा ख़ानदान होगा,,,,,
बर्बाद कर देता है दोगला यार और झूठा प्यार..,,,,,
और इलेक्शन मे जो वादे होते है ना जनाब उसे हवाई फ़ायरिंग कहते है.,,,,,
मैं माफ़ कर देता हूँ पर भूलता नही हूँ,,,,,
खोटे सिक्के जो खुद चले नहीं बाजार में, वो भी कमियां खोज रहे है हमारे किरदार में,,,,,
हम वो हैं जो तुम कभी बन नहीं सकते,,,
दिल नरम दिमाग़ गरम बाकी सब ऊपरवाले का करम,,,,,
हम गरीब लोग है साहब अमीर होने के लिए जमीर नहीं बेचा करते,,,,,
हम भारी तो नहीं है जनाब फिर भी हल्के में ना लेना,,,,,