Emotional Status in Hindi
जानते हो मोहोब्बत किसे कहते हैं? किसी को सोचना, फिर मुस्कुराना और फिर आसू बहाते हुए सो जाना|।।,,,,,,Emotional Status
सिर्फ तूने ही कभी मुझको अपना न समझा, जमाना तो आज भी मुझे तेरा दीवाना कहता है|।।,,,,,,
तुमको बहार समझ कर, जीना चाहता था उम्र भर, भूल गया था की मौसम तो बदल जाते हैं|।।,,,,,,
मैं उस किताब का आख़िरी पन्ना था, मैं ना होता तो कहानी ख़त्म न होती|।।,,,,,,
हमें भी शौक था दरिया ऐ इश्क में तैरने का, एक शख्स ने ऐसा डुबाया कि अभी तक किनारा न मिला|।।,,,,,,
पता नहीं किस का था वो शख्स जो कभी मेरा होने का दावा करता था|।।,,,,,,
लुट लेते है अपने ही वरना, गैरों को कहां पता इस दील की दीवार कहां से कमजोर है|।।,,,,,,
प्यार भी हम करें, इन्तजार भी हम, जताये भी हम और रोयें भी हम|।।,,,,,,
तूने फेसले ही फासले बढाने वाले किये थे, वरना कोई नहीं था, तुजसे ज्यादा करीब मेरे|।।,,,,,,
सुना है काफी पढ़ लिख गए हो तुम, कभी वो बी पढ़ो जो हम कह नहीं पाते|।।,,,,,,
नींद तो बचपन में आती थी, अब तो बस थक कर सो जाते है|।।,,,,,,
जान लेने पे तुले हे दोनो मेरी, इश्क हार नही मानता, दिल बात नही मानता|।।,,,,,,
न जाने कैसे आग लग गई बहते हुये पानी में| हमने तो बस कुछ ख़त बहाये थे, उसके नाम के|।।,,,,,,
नहीं मिला कोई तुम जैसा आज तक, पर ये सितम अलग है की मिले तुम भी नही|।।,,,,,,
बेशक तू बदल ले अपने आपको लेकिन ये याद रखना, तेरे हर झूठ को सच मेरे सिवा कोई नही समझ सकता|।।,,,,,,
आज हम हैं, कल हमारी यादें होंगी| जब हम ना होंगे, तब हमारी बातें होंगी| कभी पलटो गे जिंदगी के ये पन्ने, तो शायद आप की आँखों से भी बरसातें होंगी|।।,,,,,,
मेहनत कितनी भी कर लो, किस्मत अगर कमीनी है तो जिंदगी साउथ अफ्रीका हो जाती हैं|।।,,,,,,
युं ही हम दिल को साफ़ रखा करते थे, पता नही था की, किमत चेहरों की होती है|।।,,,,,,
नाकाम मोहब्बत भी बड़े काम की होती है, दिल मिले ना मिले इलज़ाम जरुर मिल जाता है|।।,,,,,,
उसकी जुदाई को लफ़्ज़ों में कैसे बयान करें, वो रहता दिल में, धडकता दर्द में, और बहता अश्क में|।।,,,,,,
हमसे भुलाया ही नहीं जाता, एक मुखलिस का प्यार, लोग जिगर वाले हैं, जो रोज नया महबूब बना लेते हैं|।।,,,,,,
लम्हों की दौलत से दोनों महरूम रहे, मुझे चुराना न आया, तुम्हें कमाना न आया|।।,,,,,,
जब से वो मशहूर हो गये हैं, हमसे कुछ दूर हो गये है|।।,,,,,,
सच्ची मोहबत तो अक्सर दिल तोड़ने वाली से ही होती हैं|।।,,,,,,
मेरे दिल से खेल तो रहे हो तुम पर जरा सम्भल के, ये थोडा टूटा हुआ है कहीं तुम्हे ही लग ना जाए|।।,,,,,,
बारिश की बूँदों में झलकती है तस्वीर उनकी और हम उनसे मिलनें की चाहत में भीग जाते हैं|।।,,,,,,
फिर नहीं बसते वो दिल जो, एक बार उजड़ जाते है, कब्रें जितनी भी सजा लो पर, कोई ज़िंदा नहीं होता|।।,,,,,,
उन लम्हों की यादें ज़रा संभाल के रखना, जो हमने साथ बिताये थे, क्यों की, हम याद तो आयेंगे मगर लौट कर नहीं|।।,,,,,,
बेवफ़ाओं की महफ़िल लगेगी, आज ज़रा वक़्त पर आना मेहमान-ए-ख़ास हो तुम|।।,,,,,,
मुझे गरुर था उसकी मोह्ब्बत पर, वो अपनी शोहरत मे हमे भूल गया|।।,,,,,,
तुमसे बिछड़े तो मालुम हुवा की मौत भी कोई चीज़ हे, ज़िदगी तो वोह थी जो हम तेरी, मेहफिल में गुजार आये|।।,,,,,,
तेरी बेरुखी ने छीन ली है शरारतें मेरी, और लोग समझते हैं कि मैं सुधर गया हूँ|।।,,,,,,
कोई नही आऐगा मेरी जिदंगी मे तुम्हारे सिवा, एक मौत ही है जिसका मैं वादा नही करता|।।,,,,,,
फ़रिश्ते ही होंगे जिनका इश्क मुकम्मल होता है, हमने तो यहाँ इंसानों को बस बर्बाद होते देखा है|।।,,,,,,
कुछ कदमों के फासले थे, हम दोनों के दरमीयान, उन्हें जमाने ने रोक़ लिया, और हमने अपने आपको|।।,,,,,,
उसे किस्मत समझ कर सीने से लगाया था, भूल गए थे के किस्मत बदलते देर नहीं लगती|।।,,,,,,
खो जाओ मुझ में तो मालूम हो कि दर्द क्या है? ये वो किस्सा है जो जुबान से बयाँ नही होता|।।,,,,,,
अजीब दस्तूर है, मोहब्बत का, रूठ कोई जाता है, टूट कोई जाता है|।।,,,,,,
एक ही शख्स से मतलब था, वो भी मतलबी निकला|।।,,,,,,
है कोई वकील इस जहान में, जो हारा हुआ इश्क जीता दे मुझको|।।,,,,,,
फ़िक्र तो तेरी आज भी करते हैं बस जिक्र करने का हक़ नहीं रहा|।।,,,,,,
काश वो भी आकर हम से कह दे मैं भी तन्हाँ हूँ, तेरे बिन, तेरी तरह, तेरी कसम, तेरे लिए|।।,,,,,,
वो बड़े ताज्जुब से पूछ बैठा मेरे गम की वजह, फिर हल्का सा मुस्कराया, और कहा, मोहब्बत की थी ना|।।,,,,,,
कुछ रिश्तों के लिए प्यार कभी काम नहीं होता|।।,,,,,,
तुम तो दूर रहकर सताते हो मगर, वो यादें पास आकर रुलाया करती हैं|।।,,,,,,
शायद चुपके से रोना भी ज़िन्दगी है|।।,,,,,,
बिखरा वज़ूद, टूटे ख़्वाब, सुलगती तन्हाईयाँ कितने हसींन तोहफे दे जाती है ये अधूरी मोहब्बत|।।,,,,,,
किसे इल्ज़ाम दे अपने जज़्बातो के क़त्ल का समझदार बनने का शौख तो हमे ही था|।।,,,,,,
खुद को माफ़ नहीं कर पाओगे, जिस दिन जिंदगी में हमारी कमी पाओगे|।।,,,,,,
उसने कहा हमसे, हम तुम्हें बर्बाद कर देंगे, हमने मुस्कुरा के पूछा, क्या तुम भी मोहब्बत करोगे अब हमसे|।।,,,,,,
रोज़ एक नई तकलीफ, रोज़ एक नया गम ना, जाने कब ऐलान होगा की मर गए हम|।।,,,,,,
मेरी यादों की कश्ती उस समुन्दर में तैरती है, जहाँ पानी सिर्फ और सिर्फ मेरी पलकों का होता है|।।,,,,,,
अभी तक याद कर रहा है ए पागल दिल, उसने तो तेरे बाद भी हजारो भुला दिए|।।,,,,,,
घुटन सी होने लगी है, इश्क़ जताते हुए, मैं खुद से रूठ गया हूँ, तुम्हे मनाते हुए|।।,,,,,,
अजीब रंगो में गुजरी है, मेरी जिंदगी, दिलों पर राज़ किया पर मोहब्बत को तरस गए|।।,,,,,,
मेरी आँखों में आँसू नहीं, बस कुछ नमी है, वजह तू नहीं, तेरी ये कमी है|।।,,,,,,
तकलीफ ये नही की किस्मत ने मुझे धोखा दिया, मेरा यकीन तुम पर था किस्मत पर नही|।।,,,,,,
अखबार तो रोज़ आता है घर में, बस अपनों की ख़बर नहीं आती|।।।,,,,,,
काश तुम मौत होती, तोह एक दिन जरूर मेरी होती|।।,,,,,,
कभीभी अपनी ख़ुशी किसी और के हाथ में मत सोपना|।।,,,,,,
किसी को चाह कर ना पाना दर्द देता है, लेकिन पाकर खो देना जिँदगी तबाह कर जाता है|।।,,,,,,
तुझे झूठ बोलना हमने ही सिखाया है, तेरी हर बात सच मान कर|।।,,,,,,
दर्द की भी अपनी एक अदा है, ये तो सहने वालों पर ही फ़िदा है|।।,,,,,,
आज सोचा जिंन्दा हुँ, तो घूम लूँ, मरने के बाद तो भटकना ही है|।।,,,,,,
है दफ़न मुझमे कितनी रौनके मत पूछ ऐ दोस्त, हर बार उजड़ के भी बस्ता रहा वो शहर हूँ मैं|।।,,,,,,
जिस चाँद के हजारों हो चाहने वाले दोस्त, वो क्या समझेगा एक सितारे कि कमी को|।।,,,,,,
वो मुझे भूल ही गया होगा, इतनी मुदत कोई खफा नहीं रहता|।।,,,,,,
आइना कोई ऐसा बना दे ऐ खुदा जो, इंसान का चेहरा नहीं किरदार दिखा दे|।।,,,,,,
पिछले बरस था खौफ की तुझको खो ना दूँ कही, अब के बरस ये दुआ है की तेरा सामना ना हो|।।,,,,,,
उसके दिल पर भी, क्या खूब गुज़री होगी, जिसने इस दर्द का नाम, मोहब्बत रखा होगा|।।,,,,,,
शर्मिंदा करते हो रोज, हाल हमारा पूँछ कर, हाल हमारा वही है जो तुमने बना रखा है|।।,,,,,,
मुझे मंजूर थे वक़्त के सब सितम मगर, तुमसे मिलकर बिछड़ जाना, ये सजा ज़रा ज्यादा हो गयी|।।,,,,,,
तू मांग तो सही अपनी दुआओ मे बददुआ मेरे लिए मै हंसकर खुदा से आमीन कह दूंगा|।।,,,,,,
वो बड़े ताज्जुब से पूछ बैठा मेरे गम की वजह, फिर हल्का सा मुस्कराया, और कहा, मोहब्बत की थी ना|।।,,,,,,
मजा चख लेने दो उसे गेरो की मोहबत का भी, इतनी चाहत के बाद जो मेरा न हुआ वो ओरो का क्या होगा|।।,,,,,,
एक याद है तेरी जो सम्भाली नहीं जाती, एक क़र्ज़ लिया जो अदा हो नहीं सकता|।।,,,,,,
बिछड़ने वाले तेरे लिए, एक मशवरा है, कभी हमारा ख्याल आए, तो अपना ख्याल रखना|।।,,,,,,
मैं क्यूँ कुछ सोच कर दिल छोटा करूँ, वो उतनी ही कर सकी वफ़ा जितनी उसकी औकात थी|।।,,,,,,
उसने कहा था आँख भरके देखा करो, अब आँख भर आती हैं पर वो नज़र नहीं आती|।।,,,,,,
अब नींदसे कोई वास्ता नहीं| मेरा कौन हैं, ये सोच सोच के रात गुज़र जाती हैं|।।,,,,,,
साँसोका टूटजाना तो आमबात हैं, जहा अपने बदलजाये मोत तो तब आती हैं|।।,,,,,,
आज लगता हैं सारा जाहा वीराना हमको, जैसे चमन में फूल खिलना बंद हो गए|।।,,,,,,
हमने मिटादिया सारी जगह से उसका नाम बस दिल से मिटाना रहगया|।।,,,,,,
इस आह से छोड़ जाऊंगा ये दुनिया के शायद मेरा मरना ही काम आ जाये|।।,,,,,,
सब ही इंसान हैं कुछ ज़ख़्म देते हैं और कुछ ज़ख़्म भरते हैं|।।,,,,,,
अभी तो ठीक से उसको जाना भी नहीं था और वो जाने की बात करते हैं|।।,,,,,,
आज लगता हैं बेवफा ज़ख़्म भरते हैं, अभी तो ठीक से उसको जाना भी नहीं|।।,,,,,,
ये भी एक तमाशा है, इश्क और मोहब्बत में, दिल किसी का होता है और बस किसी का चलता है|।।,,,,,,
ये भी एक तमाशा है, इश्क और मोहब्बत में, दिल किसी का होता है और बस किसी का चलता है|।।,,,,,,
टूटे मक़ान वाला, दिल में ताजमहल रखता हूँ, बात गहरी मगर अल्फ़ाज़ सरल रखता हूँ|।।,,,,,,
सुना है आज उस की आँखों मे आसु आ गये, वो बच्चो को सिखा रही थी की मोहब्बत ऐसे लिखते है|।।,,,,,,
कल रात मैंने अपने सारे ग़म, कमरे की दीवार पर लिख डाले, बस फिर हम सोते रहे और दीवारे रोती रही|।।,,,,,,
क़यामत के रोज़ फ़रिश्तों ने जब माँगा उससे ज़िन्दगी का हिसाब, ख़ुदा, खुद मुस्कुरा के बोला, जाने दो, मोहब्बत की है इसने|।।,,,,,,
हुस्न वाले जब तोड़ते हैं दिल किसी का, बड़ी सादगी से कहते है मजबूर थे हम|।।,,,,,,
इरादा कत्ल का था तो मेरा सर कलम कर देते, क्यू इश्क मे डाल कर तुने हर साँस पर मौत लिख दी|।।,,,,,,