Mohabbatein Status For Facebook
हुआ है तुझ से बिछड़ने के बा’द ये मा’लूम कि तू नहीं था तिरे साथ एक दुनिया थी ,,,,,
इश्क़ नाज़ुक-मिज़ाज है बेहद अक़्ल का बोझ उठा नहीं सकता ,,,,,
हम तो समझे थे कि हम भूल गए हैं उन को,, क्या हुआ आज ये किस बात पे रोना आया साहिर लुधियानवी ,,,,,
तिरे इश्क़ की इंतिहा चाहता हूँ,, मिरी सादगी देख क्या चाहता हूँ ,,,,,
ग़म और ख़ुशी में फ़र्क़ न महसूस हो जहाँ,,मैं दिल को उस मक़ाम पे लाता चला गया साहिर लुधियानवी ,,,,,
क्या कहा इश्क़ जावेदानी है!, आख़िरी बार मिल रही हो क्या ,,,,,
तुम को आता है प्यार पर ग़ुस्सा,, मुझ को ग़ुस्से पे प्यार आता है अमीर मीनाई ,,,,,
तेरा मिलना ख़ुशी की बात सही तुझ से मिल कर उदास रहता हूँ ,,,,,
तुम्हें ज़रूर कोई चाहतों से देखेगा मगर वो आँखें हमारी कहाँ से ,,,,,