Mahfil Status in Hindi
मोहब्बत की महफिलों में खुदगर्जी नहीं चलती, कमबख्त मेरे ही दिल पे मेरी मर्जी नहीं चलती,,,,
महफ़िल में वो इस कदर संवर कर आते हैं, सदियों के लगे जख्म दिल पर भर जाते हैं.,,,,
इश्क़ में इस कदर डूबे की दुनिया से शिकवा होना था, उनकी महफ़िल में एक बार अदब से रुसवा होना था.,,,,
इश्क़ का दर्द पलता हो जिस दिल में, चर्चा उसकी होती है हर महफ़िल में.,,,,
एक महफ़िल में कई महफ़िलें होती हैं शरीक जिस को भी पास से देखोगे अकेला होगा निदा फ़ाज़ली,,,,
तेरी महफ़िल में चले आये है किसी अजनबी की तरह, तू भी देख रही है मुझको किसी मुजरिम की तरह.,,,,
कोई चुप, कोई हैरान, कोई बेबस तो कोई लाचार है, ये जिंदगी तेरी महफ़िल में कितना अत्याचार है.,,,,
मोहब्बत करने वाले कम न होंगे, तेरी महफ़िल में लेकिन हम न होंगे.,,,,
इश्क़ की महफ़िल में दर्द को भी मुस्कुराना पड़ता है, महबूब बुलाये तो होठों पर हँसी लेकर आना पड़ता है.,,,,