
Mahfil Status
सुना है तेरी महफ़िल में सुकून-ए-दिल भी मिलता है मगर हम जब तिरी महफ़िल से आए बे-क़रार आए .,,,,
छुपाये दिल में गमों का जहान बैठे है, तुम्हारी बज़्म में हम बेजबान बैठे हैं,,,,
अकेलापन कभी हमको अकेला कर नहीं सकता, अकेलेपन को हम महबूब की महफ़िल समझते हैं,,,
महफ़िल और भी रंगीन हो जाती हैं, जब इसमें आप शामिल हो जाती है,,,
लफ्ज़ों की दहलीज पर घायल जुबान है,कोई तन्हाई से तो कोई महफ़िल से परेशान है.,,,,