Good Status
खवाहिश नही मुझे मशहुर होने की… आप मुझे पहचानते हो बस इतना ही काफी है,,,,
भीड़ में खड़ा होना मकसद नही है मेरा, बल्कि भीड़ जिसके लिए खड़ी है वो बनना है मुझे,,,,,
अभी तो इश्क़ हुआ है… ‘मंज़िल’ तो मयखाने में मिलेगी,,,,
कल ही तो तौबा की मैंने शराब से. कम्बख्त मौसम आज फिर बेईमान हो गया,,,,,
वक़्त से सीखो बदलते रहने का सबक, वक़्त कभी खुद को बदलते नहीं थकता,,,,,
हम अपना #Status दिलो पर #Update करते है #Facebook पर नहीं,,,,,
दिल की आवाज को कभी मत ठुकराना क्योंकि उम्मीदों से ही बनते हैं आशियान,,,,,,
कुछ लोग मुझे अपना कहा करते थे.. सच कहूँ तो वो सिर्फ कहा करते थे,,,,,,
बात तो सिर्फ जज़्बातों की है वरना, मोहब्बत तो सात फेरों के बाद भी नहीं होती,,,,,
ज़िंदगी भी विडियो गेम सी हो गयी है, साला एक लैवल क्रॉस करो तो अगला लैवल और मुश्किल आ जाता हैं,,,,,
आंखो को अक्सर वही चीज़ पसंद आती है, जिसका मिलना मुश्किल हो,,,,,,
जिंदगी मै सिर्फ़ दो ही नशा करना, जीने के लिए यार और मरने के लीये प्यार,,,,,
पांच रुपये के नोट सी हो गई है जिन्दगी. चलती है मगर फटे हाल मे,,,,,,
जिस घाव से खून नहीं निकलता, समझ लेना वो ज़ख्म किसी अपने ने ही दिया है,,,,,
वक़्त अच्छा ज़रूर आता है. मगर वक़्त पर ही आता है,,,,,
हम तो पागल हैं शौक़-ए-शायरी के नाम पर ही दिल की बात कह जाते हैं और कई इन्सान गीता पर हाथ रख कर भी सच नहीं कह पाते है,,,,,,
जो गुरूर करतें हैं अपनी दौलतों पर अब भी, उन्हें बादशाहों से भरे, कब्रिस्तान दिखाओ,,,,
शाम को थक कर टूटे झोपड़े में सो जाता है वो मजदूर, जो शहर में ऊंची इमारतें बनाता है,,,,,
यह सच हैं कि खुशियाँ तो अपने ही देते हैं, पर गम देने वाले भी अजनबी नहीं होते.,,,,