Alone Status For Twitter
खुद से बात कर के खुद से ही झगड़ता हूँ, तुम्हारे जाने के बाद अंदर से कितना उलझता हूँ,,,
खुद से बातें करने लगी हूँ, वैसे भी आजकल लोग सुनते कहाँ हैं,,,
बेबसी किसे कहते है, कोई हमसे पूछे, उसका नम्बर तो है पर बात नही कर सकते..,,,
जबरदस्ती की नजदीकियों से सुकून की दूरियां ही अच्छी हैं.,,,
हालातों ने खो दी इस चेहरे की मुस्कान, वरना जहाँ बैठते थे रौनक ला दिया करते थे,,,
कितना खुश था कभी मैं खुद की ही दुनियाँ में….. ये गैरों की मोहब्बत ने मुझे तबाह कर दिया,,,
मुझे इन्तजार था कि तुम समझो मुझको तुमने समझा दिया कि बस इन्तज़ार करो,,,
कैसे कह देते हैं लोग रात गई बात गई, यहां जमाने गुज़र जाते हैं दिल पर लगी बात को भुलाने में ,,,
तन्हा रातें कुछ इस तरह से डराने लगी मुझे, मैं आज अपने पैरों की आहट से डर गया.,,,
भीड़ तन्हाइयों का मेला है, यहाँ हर आदमी अकेला है,,,
किस्मत और दिल की आपस में कभी नहीं बनती, जो लोग दिल में होते है, वो किस्मत में नहीं होते,,,
मत किया कर ऐ दिल किसी से मोहब्बत इतनी, जो लोग बात नहीं करते, वो प्यार क्या करेंगे,,,
कभी कभी नाराजगी, दूसरों से ज्यादा खुद से होती है,,,
अकेले ही गुज़रती है ज़िन्दगी, लोग तसल्लियाँ तो देते हैं, पर साथ नहीं,,,
सबको दिलासा देने वाला शख्स..अपने दुखों में हमेशा अकेला होता है,,,
तेरी आँखों👀से यूँ तो सागर भी पिए है मैंने💧…तुझे क्या खबर जुदाई के दिन कैसे जिए है मैंने,,,
ज़िन्दगी में मंज़िले तो मिल ही जाती हैं ! लेकिन वो लोग नहीं मिलते जिन्हें दिल से चाहा हो ,,,
ज़रा सी वक़्त ने करवट क्या ली ! गैरों की लाइन में सबसे आगे अपनों को पाया हमने,,,
जाने का कोई इरादा नहीं था, पर रुककर भी क्या करते, जब तू ही हमारा नहीं था,,,
मुसाफ़िर कल भी थी मुसाफ़िर आज भी है, कल अपनों की तलाश में थी आज अपनी तलाश में हूँ,,,
ज़िक्र करते है तेरा हवाओं से अब, ये तूफ़ान बनके तेरे शहर से गुज़रे तो माफ़ करना. ,,,
ना ढूंढ मेरा किरदार दुनिया के भीड़ में, वफ़ादार तो हमेशा तन्हा ही मिलते है..,,,
नफ़रत की एक बात अच्छी लगी मुझे, ये मोहब्बत की तरह झूठी नहीं है साहब,,,
ख्वाब चुभते रहते है, आंखों में सारी रातभर, वो पूछते रहे वजह आँखो के लाल होने की ,,,
वो साथ थे तो एक लफ़्ज़ ना निकला लबों से, दूर क्या हुए कलम ने क़हर मचा दिया,,,
सवरने का तो सवाल ही नहीं उठता, हम तो बिखरे ही लाजवाब है,,,
आज परछाई से पूछ ही लिया, क्यों चलती हो मेरे साथ ,,उसने भी हँस के कहा, दूसरा कौन है तेरे साथ,,,
फ़ासले तो बढ़ा रहे हो मगर इतना याद रखना, मुहब्बत बार बार इंसान पर मेहरबान नहीं होती,,,
खोकर पता चलती है कीमत किसी की, पास अगर कोई हो तो एहसास कहाँ होता है,,,
कितना होशियार है मेरा यार.. तोहफे में घड़ी तो दे दी लेकिन वक़्त नहीं,,,
जिंदगी भर के लिये रूठ के जाने वाले, मैं अभी तक तेरी तस्वीर लिये बैठा हूँ.,,,
कई बार ये सोचके दिल मेरा रो देता है, की मुझे ऐसा क्या पाना था जो मैंने खुद को भी खो दिया,,,
किस्सा बना दिया उन लोगों 🤵 ने भी मुझे जो कल तक मुझे अपना हिस्सा बताया करते थे,,,
अकेली रात बोलती बहुत है, लेकिन सुन वही सकता है जो खुद भी अकेला हो,,,
बड़ा अजीब ये दुनिया का मेला है, इतनी भीड़ में भी हमारा दिल अकेला है,,,
कभी सोचा नहीं था, वो भी मुझे तनहा कर जाएगी, जो परेशान देख कर अक्सर कहती थी, मैं हूँ ना,,,
आज कल लोगो को अपना प्यार भी, Free_Time पर याद आता हैं ,,,
मुझको छोड़ने की वजह तो बता देते, मुझसे नाराज थे या मुझ जैसे हज़ार थे ,,,
उनकी जब मर्जी होती है तब हमसे बात करते हैं, और हम पागल पूरा दिन उनकी मर्जी का इंतज़ार करते हैं,,,
जिन्दगी न जाने किस मुकाम तक पहुँच गई है, तन्हाई में रोना पड़ता है और महफ़िल में हँसना पड़ता है,,,
अकेला रहता हूं क्योंकि अकेला हूं,,,
अकेली रात बोलती बहुत है लेकिन सुन वही सकता है जो खुद भी अकेला हो ,,,
हादसे कुछ जिंदगी में ऐसे हो गए, हम समंदर से ज्यादा गहरे हो गए.,,,
सबको माफ करके सोया करो जिंदगी कल की मोहताज नही होती.,,,
अक्सर वही बात रुलाती है, जिनके जवाब में हम कहते है “कोई बात नही,,,
बस कोशिश इतनी हैं कि, अब किसी से लगाव ना हो..,,,
बड़े महंगे पड़े मेरे रिश्ते मुझ पर, अपना अपना कहकर मेरी जिंदगी ले गए ,,,
वो एक कसम निभाने में डर गए और, हमे उसकी कसम देकर न जाने कितनो ने लूटा,,,
अब ये न पूछना की.. ये अल्फ़ाज़ कहाँ से लाता हूँ कुछ चुराता हूँ दर्द दूसरों के, कुछ अपना हाल सुनाता हूँ,,,
हिचकियां आती है तो पानी पी लेता हूँ, अब वो वहम छोड़ दिया है। कि कोई याद करता है..,,,
तेरे साथ को तरसे, तेरी बात को तरसे, तेरे होकर भी तेरी एक मुलाकात को तरसे.,,,
कमाल का सूकून है उस नींद में, जो बुरी तरह रोने के बाद आयी हो.,,,
तुमसे फांसले रखना ही बेहतर था, तुम्हारे करीब बहुत लोग थे,,,
न किसी से शिकायत न अनबन है, बस कुछ दिन अकेले चलने का मन है.,,,
टूटे हुए काँच की तरह चकनाचूर हो गए, किसी को लग ना जाये इसलिए सबसे दूर हो गए,,,
वो अपने ही होते है, जो लफ़्जों से मार देते है,,,
आज इतना अकेला महसूस किया खुद को जैसे लोग दफना के चले गए हों.,,,
दुनिया में हर वो शख्स अकेला है जिसने सच्चे दिल से किसी को चाहा हो ,,,
हम साथ रहे या न रहे बस तुम खुश रहो इतना ही काफी है मेरे लिए ,,,
किसी और का हाथ कैसे थम लू कही वह तन्हा मिल गई तो क्या जवाब दुगा,,,
हिम्मत इतनी थी की समुन्दर भी पार कर सकते थे और मजबूर इतना हुए की दो बूँद आंसुओ ने डुबो दिया ,,,
ये शिकायत नहीं तजुर्बा है जनाब की कदर करने वालो की कोई कदर नहीं करता ,,,
किस्मत का भी कोई कसूर नहीं, कई बार हम मांग भी वो लेते हैं जो किसी और का होता है।,,,
आज़ाद कर दिया आज उस पंछी को, जिस में कभी मेरी जान होती थी,,,
तुमने कभी समझा ही नहीं ना समझना चाहा, हम चाहते ही क्या थे तुमसे तुम्हारे सिवा,,,
क्या बात है बड़े चुपचाप से बैठे हो कोई बात दिल पे लगी है या दिल कहीं लगा बैठे हो,,,
हद से बढ़ जाए ताल्लुक तो गम देते है, हम इसी वास्ते हर शख्स से कम मिलते है,,,
बुरा नहीं हूँ मैं मेरी भी कुछ कहानी है, टूट चुका हूँ मैं, अपनो की मेहरबानी हैं,,,
चालाकी कहा मिलती है मुझे भी बताओ दोस्तों, हर कोई ठग लेता है जरा सा मीठा बोल कर,,,
शब्द …मन ..जज़्बात , एक एक करके सब खामोश हो गए,,,
अक्सर अकेलेपन से वही गुजरता है जो जिंदगी में सही फैसलों को चुनता है ,,,
कुछ खामोश कुछ गुमशुदा से हैं, हम आज तेरे बिन खुद से जुदा जुदा से हैं हम,,,,
अगर ख़ुशी मिलती है तुम्हे हम से जुदा होकर तोह दुआ है खुदा से की तुम्हे कभी हम न मिले,,,,,
माना कि तुझसे दूरियां कुछ ज्यादा ही बढ़ गई हैं पर तेरे हिस्से का वक़्त आज भी तन्हा गुजरता है,,,,,
जब दिल गैरो मैं लग जाए तब अपनों मैं खामिया नजर आने लगती है,,,,,
काश तू लौट आये और कहे बस बहुत हो गया अब नहीं रहा जाता तेरे बिना,,,,,
सफर में कही तो दगा खा गए हम जहाँ से चले थे वही आ गए हम,,,,,
कुछ लोगो को कितना भी अपने बनाने की कोशिश कर लो वो साबित कर देते है कि वो गैर ही है,,,,,
वक़्त बहुत कुछ छीन लेता है खैर मेरी तो सिर्फ मुस्कुराहट थी,,,,,
मुझे “परखने ” में पूरी ज़िन्दगी लगा दी उसने काश कुछ वक़्त “समझने” में लगाया होता,,,,,
कभी मिले फुर्सत तो इतना जरुर बताना वो कौनसी मोहब्बत थी जो हम तुम्हे ना दे सके,,,,,
यूँ ही भटकते रहते हैं अरमान तुझसे मिलने के, न ये दिल ठहरता है न तेरा इंतज़ार रुकता है,,,,,
आदत बदल सी गई है वक़्त काटने की , हिम्मत ही नहीं होती अपना दर्द बांटने की,,,,,
ये जो ज़िन्दगी है ना . तेरे बिन अधूरी है,,,,,
जितना मुश्किल किसी को पाना होता है…. उससे ज़्यादा मुश्किल उसे भुलाना होता है,,,,,
कभी कभी मेरा दिल करता है कि बैठकर इतना रोऊ कि रोते रोते ही मर जाऊ,,,,,
ज़िंदगी में प्यार क्या होता है ये उस शक्स से पूछो जिसने दिल टूटने के बाद भी इंतज़ार किया हो,,,,,
सफर में कही तो दगा खा गए हम जहाँ से चले थे वही आ गए हम,,,,,
सफर में कही तो दगा खा गए हम जहाँ से चले थे वही आ गए हम,,,,,
उस हंसती हुई तस्वीर को क्या मालूम की कोई उसे देख कितने रोता है,,,,,
मैं क्यों पुकारू उसे कि लोट आओ उसे खबर नहीं कि कुछ नहीं मेरे पास उसके सिवाए.,,,,,
मुझे छोड़ने की वजह तो बता देते मुझसे नाराज़ थे या मुझ जैसे हज़ार थे,,,,,
सब कुछ ठीक ही चल रहा है ना जाने क्यों उदास हु मैं,,,,,
बेशक मोहब्बत ना कर पर बात तो कर तेरा यु खामोश रहना बड़ी तकलीफ देता है,,,,,
काश तू सिर्फ मेरे होता या फिर मिला ही ना होता,,,,,
तुम पर सिर्फ मेरा हक़ है ऐसा कहने वाला ही अब साथ छोड़ गया,,,,,
एक घुटन सी होती है जीने में जब कोई दिल में तो रहता है पर साथ नहीं,,,,,
एक घुटन सी होती है जीने में जब कोई दिल में तो रहता है पर साथ नहीं,,,,,
कमाल करता है ऐ दिल तू भी उसे फुर्सत नहीं और तुझे चैन नहीं,,,,,
चले जाने दो उस बेवफ़ा को किसी और की बाहों में जो इतनी चाहत के बाद मेरा ना हुआ वो किसी और का क्या होगा,,,,,
मुझ से पहले भी उसका कोई था मेरे बाद भी उसका कोई है,,,,,
मैं मर भी जाऊँ तोह उसे खबर न देना कही वक़्त न बर्बाद हो जाये उसका,,,,,
एक ख़्वाब था की वह भी मुझे चाहे मेरी तरह पर ख़्वाब ही रह गया,,,,,
तुम भुला दो मुझे ये तुम्हारी अपनी हिम्मत है मगर मुझसे ये उम्मीद ज़िंदगी भर मत रखना,,,,,
जिनको जाना होता है वो चले ही जाते है किसी के रोने से उनको कोई फर्क नहीं पड़ता,,,,,
क्यूँ नहीं महसूस होती उसे मेरी तकलीफ़ जो कहते थे बहुत अच्छे से जानते है तुझे,,,,,
प्यार करना हर किसी के बस की बात नहीं जिगर चाहिए अपनी ही खुशियां बर्बाद करने के लिए,,,,,
मुझे भी सिखा दो भूल जाने का हुनर मैं थक गया हूँ हर लम्हा हर सांस तुम्हे याद करते करते,,,,,
कितने शौक से छोड़ दिया तुमने बात करना जैसे सदियों से तेरे ऊपर कोई बोझ थे हम,,,,,
मुझे किसी के बदल जाने का कोई गम नही बस कोई था जिससे ये उम्मीद नही थी,,,,,
वक़्त पर ना जा वक़्त तो हर ज़ख्म की दावा है, आज तुमने हमे भुला दिया कल तुम्हे भी कोई भुला देगा,,,,,
सुना था हमने दर्द अक्सर बेदर्द लोग देते हैं मगर हमारी दुनिया उजाड़ी है एक मासूम चेहरे ने,,,,,
कोई तो कर रहा है मेरी कमी पूरी तभी मेरी याद उसे अब नहीं आती,,,,,
तुम हो तोह कुछ कमी नहीं …. तुम नहीं तोह कुछ नहीं .,,,,,
तेरे बिना जीना बोहोत मुश्किल है … और तुझे ये बताना और भी मुश्किल ,,,,,
कभी ये मत सोचना की याद नहीं करते , हम रात की आखिरी और सुबह की पहली सोच हो तुम,,,,,
थोड़ी जगह दे दे मुझे तेरे पास कहीं रह जाऊं मैं खामोशियाँ तेरी सुनु ओर दूर कहीं ना जाऊं मैं,,,,,
नींद आएगी तोह इस तरह सोयेंगे मुझे जगाने के लिया लोग रोयेंगे,,,,,
अकेले रहने का भी एक अलग सुकून हे | ना किसी के वापस आने की उम्मीद, ना किसी के छोड़ जाने का डर.,,,,,
मेरी मोहब्बत की कातिल मेरी ग़रीबी ठहरी उसे ले गए ऊँचे मकाँ वाले..,,,,,
छोड़ दिया अब हमनें उस बेवफा का इंतजार करना दोस्तों जब रात गुजर सकती है तो ज़िंदगी भी गुजर जाएगी,,,,,
कल तक थी जो जान, आज बन गयी अनजान.,,,,,
नसीब का सब खेल है वरना मोहब्बत तो हम भी दीवाने की तरह किये थे.,,,,,
शाम नहीं पर बात वही. तू नहीं तो तेरी याद सही.,,,,,
बस तेरी कामि है ए मौत, दिल वो ले गयी जान तू ले जा..,,,,,
तेरी जगह आज भी कोई नहीं ले सकता , पता नहीं तेरी खूबी है या तेरी कमी,,,,,
मरता था जिनके लिए वो अब मर गए है मेरे लिए.,,,,,
तुम चाहते तो निभा भी सकते थे, मगर तुमने ऐसा कभी चाहा ही नहीं.,,,,,
कितनी जल्दी फैसला कर लिया जाने का, एक मौका भी नहीं दिया मनाने का,,,,,
वो मन बना चुके थे दूर जाने का, हमे लगा हमे मनाना नहीं आता,,,,,
बेशक मोहब्बत ना कर पर बात तो कर, तेरा यु खामोश रहना बड़ी तकलीफ देता है..,,,,,
ऐ दिल तू क्यों रोता है , ये दुनिया है यहाँ ऐसा ही होता है.,,,,,
दिल धोखे में है और धोखेबाज़ दिल में,,,,,
बहुत कुछ पाने वाले बहुत कुछ खोया करते हैं , इस दुनिया में हस्सने वाले सबसे ज़्यादा रोया करते हैं,,,,,
खुश तो वो रहते हैं जो जिस्मो से खेलते हैं , रूह से मोहब्बत करने वालो को अक्सर तड़पते देखा है,,,,,
किसी रोज़ मिलने से प्यार हो या न हो लेकिन किसी रोज़ बात करने से उसकी आदत जरूर हो जाती है,,,,,